बयाना- राज्य स्तर पर हो रही अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं की फीस को प्रति विद्यार्थी 6 रुपए से बढ़ाकर 20 रुपए करने का निजी स्कूल संचालको एवं परिजनों द्वारा विरोध किया गया जिसपर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने भी हमेशा की तरह इस बार भी विवादित बयान देते हुए कहा कि "सीएम के यहां पैसे का पेड़ नहीं है, लोग एक दिन गुटखा खाना छोड़ दें, तो भी आसानी से फीस भरी जा सकती है"। शिक्षा मंत्री द्वारा दिए गए विवादित बयान ने निजी स्कूल संचालकों एवं परिजनों में आक्रोश भर दिया। बताया गया है कि स्कूलों में अल्प आय वर्ग परिवारों के काफी बच्चे पढ़ते हैं, ऐसे में एक साथ तीन गुनी फीस वृद्धि करना न्यायोचित नहीं है। फीस कम करने के बजाय उसे सही ठहराने के लिए शिक्षा मंत्री बच्चों के अभिभावकों से फीस भरने के लिए गुटखा खाना छोड़ने जैसा बेतुका बयान दे रहे हैं, जबकि पेपर छापने वाली एजेंसी 5 रुपए में ही पेपर प्रिंट कराने को तैयार है।