फास्ट न्यूज़ इंडिया यूं तो एक्ट्रेस मौसमी चटर्जी ने भी ये फिल्म साइन की थी। लेकिन उसी दौरान अफवाह उड़ गई कि फिल्म के प्रोड्यूसर बोनी कपूर संग मौसमी चटर्जी का अफेयर चल रहा है। इन अफवाहों से मौसमी जी के पति काफी नाराज़ थे। मौसमी जी भी बहुत खफ़ा थी। उन्होंने ये फिल्म छोड़ दी। बतौर प्रोड्यूसर ये बोनी कपूर की पहली फिल्म थी। इस फिल्म का नाम है हम पांच। ये फिल्म रिलीज़ हुई थी 27 नवंबर 1980 को। यानि आज इस फिल्म के 44 साल पूरे हो गए। इस फिल्म को बापू ने डायरेक्ट किया था।
कहा जाता है कि अनिल कपूर इस फिल्म की मेकिंग के दौरान अपने भाई बोनी के साथ असिस्टेंट के तौर पर जुड़े थे। और अनिल अपने पिता सुरिंदर कपूर से नाराज़ थे। क्योंकि अनिल खुद एक क्वालीफाइड एक्टर थे। लेकिन उन्हें इस फिल्म में नहीं लिया गया था। फिल्म के क्रेडिट्स में बोनी कपूर का नाम एग्ज़ीक्यूटिव प्रोड्यूसर के तौर पर दिया गया था। प्रोड्यूसर सुरिंदर कपूर ही थे। यानि अनिल के पिता ही फिल्म में पैसा लगा रहे थे। अनिल की ज़िम्मेदारी थी कि वो सभी स्टार्स को रेडी रखें और उनकी चाय-कॉफी का ख्याल भी रखें। यही बात अनिल कपूर को उस वक्त पसंद नहीं आ रही थी।
अनिल कपूर की ज़िम्मेदारी थी कि वो सभी एक्टर्स को शूटिंग के लिए टाइम पर अरेंज करें। सभी एक्टर्स की ज़रूरत का पूरा ख्याल रखें। किसे क्या चाहिए, उसे लाकर दें। अनिल कपूर को इस दौरान सबसे ज़्यादा चुनौती मिथुन चक्रवर्ती के साथ आई थी। मिथुन चक्रवर्ती को शूटिंग के लिए सुबह जगाना अनिल कपूर के लिए मुश्किल काम था। मिथुन रात को देर से सोते थे। इसलिए वो सुबह जल्दी जागते नहीं थे। अनिल कपूर को मिथुन दा को जगाने के लिए बहुत जतन करने पड़ते थे।
इस फिल्म में गुलशन ग्रोवर जी ने महावीर का किरदार निभाया था। सुरिंदर कपूर जी ने खासतौर पर इस रोल के लिए गुलशन ग्रोवर को साइन कराया था। सुरिंदर कपूर जब मुंबई में संघर्ष कर रहे थे तब वो नाटकों में काम किया करते थे। एक दिन एक नाटक में ही सुरिंदर कपूर जी ने गुलशन ग्रोवर को देखा था। उन्हें गुलशन जी की एक्टिंग पसंद आई थी।
हम पांच फिल्म का एक्चुअल बजट और कलैक्शन क्या था इसका कोई पुख्ता सोर्स तो हमें नहीं मिला। लेकिन यूट्यूब पर मौजूद कुछ वीडियोज़ में बताया गया है कि इस फिल्म का बजट एक करोड़ रुपए था और फिल्म ने भारत में एक करोड़ नब्बे लाख रुपए का कलैक्शन किया था। जबकी वर्ल्डवाइड इस फिल्म ने तीन करोड़ रुपए का कलैक्शन किया था। इस लिहाज से फिल्म को हिट करार दिया गया था।
हम पांच फिल्म को कर्नाटक के एक दूरस्थ देहाती इलाके में फिल्माया गया था। उस वक्त कलाकारों के मनोरंजन के लिए वहां कोई साधन नहीं था। इसलिए शाम को जब फिल्म की शूटिंग खत्म हो जाती थी तो बोनी कपूर एक प्रोजेक्टर पर अपने पिता की फिल्म पोंगा पंडित चला दिया करते थे। पोंगा पंडित के एक गाने में डैनी साहब एक बड़ा सा हैट पहनकर डांस करते हैं। वो गाना देखकर हम पांच फिल्म के सभी कलाकार बहुत हंसते थे। उस वक्त सबके मनोरंजन का वही एक ज़रिया था वहां पर।
आईएमडीबी पर मौजूद एक आर्टिकल में लिखा है कि जिस जगह इस फिल्म की शूटिंग हुई थी वहां मांसाहार या किसी भी तरह का नॉनवेज नहीं मिलता था। लेकिन एक्टर कन्हैयालाल, जो इस फिल्म में लाला नैनसुख के किरदार में दिखे थे, उन्हें अंडे खाने का शौक था। वो अनिल कपूर से अपने लिए चुपके से अंडे मंगा लिया करते थे। उस लेख में ये भी लिखा था कि अनिल कपूर तो कभी-कभी कन्हैयालाल जी की शेविंग भी कर दिया करते थे।
आईएमडीबी पर ही ये भी लिखा है कि बोनी कपूर हम पांच फिल्म के मुख्य खलनायक के किरदार में अमजद खान को कास्ट करना चाहते थे। लेकिन शबाना आज़मी चाहती थी कि बोनी अमरीश पुरी को कास्ट करें। क्योंकि अमरीश पुरी भी बहुत टैलेंटेड एक्टर हैं। यूं तो बोनी कपूर को भी अमरीश पुरी जी के टैलेंट पर कोई शक नहीं था। लेकिन अमजद खान चूंकि तब बहुत बड़ा चेहरा थे तो बोनी इस फिल्म की स्टार वैल्यू बढ़ाने के लिए अमजद जी को लेना चाहते थे। मगर शबाना आज़मी ने उन्हें ऐसा करने नहीं दिया। उन्होंने अमरीश पुरी जी को ही इस फिल्म के मुख्य विलेन वीर प्रताप सिंह के किरदार में साइन कराया।
