फास्ट न्यूज इंडिया हिमाचल। राजधानी शिमला शहर के व्यापारियों के लिए राहत भरी खबर है कि अब व्यापारियों को ट्रेड लाइसेंस बनाने की आवश्कता नहीं है। इसको लेकर नगर निगम की एफसीपीसी की बैठक में मंगलवार को फैसला लिया गया। मेयर सुरेंद्र चौहान और डिप्टी मेयर उमा कौशल की अध्यक्षता में हुई एफसीपीसी की बैठक पर व्यापारियों को लगने वाले ट्रेड लाइसेंस को लेकर विशेष चर्चा की गई। इस चर्चा में कमेटी ने बताया कि नगर निगम पहले से ही व्यापारियों को अन्य लाइसेंस के अलावा अपना भी विशेष लाइसेंस व्यापारियों को देता है। ऐसे में ट्रेड लाइसेंस की कोई जरूरत नहीं है। इसमें संशोधन किया जाना चाहिए। ऐसे में कमेटी ने फैसला लिया कि शहर के व्यापारियों को ट्रेड लाइसेंस नहीं लगाया जाएगा। फिलहाल यह फैसला नगर निगम हाउस में लाया जाना है। इस फैसले पर अंतिम मुहर हाउस में सभी पार्षदों की मंजूरी से होगा। बता दें कि कई व्यापारी ट्रेड लाइसेंस के पक्ष में भी है। शहर के कई व्यापारियों ने इसके लिए आवेदन भी कर लिए थे। हालांकि मोबाइल फोन बेचने वालों के यह लाइसेंस नहीं बन पा रहे थे, क्योंकि सॉफ्टवेयर में इनकी दुकानों को लेकर कोई ऑपशन नहीं मिल रहा था। ऐसे में यह ट्रेड लाइसेंस के पक्ष में थे, लेकिन अब कमेटी ने फैसला लिया है कि ट्रेड लाइसेंस नहीं बनाए जाएंगे। इस पर संशोधन किया जाएगा। बैठक में पार्षद शीनम कटारिया, उर्मिला कश्यप, विनीत शर्मा और बिट्टू पान्ना मौजूद रहे। रत्न चंद स्टेट इंचार्ज हिमाचल 151049876