फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया अमेठी सिटी। अवकाश के बाद शनिवार को जब इफको केंद्र व समितियां खुलीं तो खाद के किसानों की भीड़ लग गई। सुबह से शाम तक किसान कतार में लगे रहे। वहीं, गौरीगंज इफको केंद्र पर डीएपी नहीं मिलने पर किसानों की भीड़ कम हो गई है। भीड़ के चलते केंद्रों व समितियों पर उर्वरक का वितरण पुलिस की निगरानी में कराया जा रहा है। अमेठी स्थित इफको केंद्र पर सुबह से ही किसानों की भीड़ लग गई। किसान पहले डीएपी पाने के चक्कर में आपस में हंगामा करने लगे। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने लोगों को समझा कर शांत कराया। उसके बाद कतार में लगकर किसानों ने टोकन के अनुसार खाद ली। वहीं, गौरीगंज स्थित इफको केंद्र पर शनिवार दोपहर बाद डीएपी समाप्त हो गई। इस समय केंद्र पर मात्र छह सौ बोरी एनपीके का वितरण चल रहा है। केंद्र पर डीएपी समाप्त होने के बाद किसानों की भीड़ कम दिखी। किसान रमेश कुमार ने बताया कि केंद्र पर डीएपी नहीं होने से उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा। वहीं, किसान रामचंद्र ने बताया कि बड़ी उम्मीद से केंद्र पर डीएपी लेने आए थे। लेकिन पता चला कि डीएपी नहीं है तो उन्हें लौटना पड़ रहा है। सुनीता ने बताया कि सुबह से वह लाइन में लगी थी, लेकिन डीएपी नहीं मिली। जिला मुख्यालय स्थित साधन सहकारी समिति पर डीएपी व एनपीके दोनों नहीं है। अब रैक आने पर ही उम्मीद है कि डीएपी व एनपीके उपलब्ध हो सकेगी। जिला कृषि अधिकारी डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि प्रतिदिन 100 एमटी उर्वरक का वितरण कराया जा रहा है। टोकन सिस्टम के पारदर्शिता के साथ वितरण कराया जा रहा है।खतौनी वापस कर बताया समाप्त हो गई खाद अमेठी के सरैया निवासी किसान बैकुंठनाथ तिवारी ने आरोप लगाया कि टीकरमाफी स्थित साधन सहकारी समिति पर शुक्रवार को सुबह से लेकर करीब साढ़े तीन बजे तक लाइन में लगे रहे। उसके बाद सचिव ने बताया कि मशीन खराब हो गई है, केंद्र बंद कर चले गए। शनिवार सुबह से वह लाइन में लगे और आधार कार्ड व खतौनी जमा की, खाद नहीं मिली। जब किसान अपनी खतौनी व आधार कार्ड मांगने लगे तो वापस की। आरोप लगाया कि पहचान वाले किसानों को 10 से 15 बोरी खाद दे दी गई। कतार में लगे किसानों को मायूस होकर लौटना पड़ा।