फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया वर्चुअल रियलिटी (VR) और ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) के जानकारों के लिए कल्पनाओं को वास्तविकता में बदलना, डिजिटल तत्वों को भौतिक दुनिया के साथ सहजता से जोड़ना और अनुभवों को नए सिरे से आकार दे पाना संभव है। इसमें तकनीक और रचनात्मकता की मजबूत समझ का संयोजन होता है। गेमिंग में आभासी दुनिया को डिजाइन करने से लेकर डॉक्टरों और पायलटों के लिए असली दिखने वाले बनावटी प्रशिक्षण तैयार करने तक वीआर और एआर में करिअर के बेहतरीन अवसर हैं। ऐसे में इस क्षेत्र में कॅरिअर बनाने के लिए पढ़ाई के साथ-साथ कुछ बातों का ध्यान देना बेहद जरूरी है। क्या है वीआर और एआर? एआर की सहायता से फोन के कैमरे या वीडियो के माध्यम से आभासी चित्रों और पात्रों को प्रोजेक्ट करके सांसारिक तथा भौतिक दुनिया को रंगीन दृश्य में बदला जा सकता है। वीआर कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर की सहायता से बनावटी अनुभव के जरिये वास्तविक वातावरण को नकली वातावरण में बदलता है। तकनीकियों को जानें कॅरिअर बनाने के लिए आपको सॉफ्ट स्किल्स के साथ-साथ हार्ड स्किल्स को सीखने पर भी ध्यान देना चाहिए। आप प्रोग्रामिंग, यूआई/यूएक्स, अपने क्लाइंट साइड ऐप को एपीआई से कनेक्ट करना, एक्सआर, मशीन लर्निंग एंड कंप्यूटर विजन, उडी मॉडलिंग एंड एनीमेशन, ग्राफिक रेंडरिंग, सोशल मीडिया के साथ- साथ सॉफ्टवेयर, वेब, मोबाइल ऐप डेवलपमेंट और गेम डेवलपमेंट आदि के बारे में सीख सकते हैं। ऑनलाइन कोर्सेज आप 30 नवंबर, 2024 से शुरू होने वाले आईआईटी, दिल्ली के एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम इन वर्चुअल रियलिटी एंड ऑगमेंटेड रियलिटी कोर्स (tinyurl.com/5da5aza9) में शामिल हो सकते हैं। आप चाहें तो, गूगल प्लेटफॉर्म पर मौजूद विभिन्न कोर्सेज के जरिये एआर कोर फॉर डेवलपर्स, गूगल कार्डबोर्ड के साथ वर्चुअल रियलिटी का परिचय और वर्चुअल रियलिटी एक्सपीरियंस डिजाइन के मूल सिद्धांतों को फ्री में सीख सकते हैं। इसके अलावा आप कोर्सेरा और उडेमी जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी इंट्रोडक्शन ऑफ वर्चुअल रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी इन गेम डेवलपमेंट मास्टरिंग, यूनिटी फॉर वर्चुअल रियलिटी, उडी वर्चुअल रियलिटी एंड ऑगमेंटेड रियलिटी, ऑगमेंटेड रियलिटी डेवलपमेंट और स्पैटियल कंप्यूटिंग विथ यूनिटी एंड एआर जैसे ऑनलाइन कोर्स मुफ्त में कर सकते हैं। इंटर्नशिप भी करें इंटर्नशिप के माध्यम से आप अनुभवी पेशेवरों से वीआर और एआर की बारीकियां सीख सकते हैं। मेटा, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों की इंटर्नशिप से जुड़ने से आपका पोर्टफोलियों मजबूत होगा। इसके अलावा स्टार्टअप उद्यमियों के साथ मिलकर भी आप अपने कौशल को निखार सकते हैं।