फास्ट न्यूज़ राजस्थान
*जयपुर:* जयपुर के कबाड़ी ने हाल ही में एक नया अभियान शुरू किया है। इस अभियान का नाम है पथ खोलो अभियान, लेकिन इस अभियान की शुरुआत पुलिस की सलाह के साथ ही हुई। मामला बस्सी इलाके के खिलाफ है और पुलिस ने इलाके में रहने वाले कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। कुछ लोगों को राजपत्र में लेने की भी जानकारी है।
असल बस्सी पुलिस… जुडला कुआँ की ढाणी इलाके में पैदल जाने के लिए निकली थी। आम रास्ते पर इस प्रोजेक्ट को हटाने के लिए पहले अतिक्रमियों से बातचीत की गई थी और उन्हें खुद ही इसे हटाने के लिए कहा गया था। पुलिस के साथ प्रशासन के अन्य कर्मचारी भी थे। लेकिन वहां लोगों ने रास्ता साफ करना शुरू कर दिया तो दूर पुलिस को ही अपने हाथ ले लिया। अन्य प्रभुराम, अविनाश रामोतार, सिपाही आनंदीलाल, शिक्षक और दो पादरी और थे। पुलिस से पहले आकीत राकेश मीना अपनी टीम के साथ वहां गए थे और लोगों से रास्ते से हटाने की बात कर रहे थे। इस दौरान जब राक्षस को बुरा लगा तो पुलिस को भी तुरंत बुला लिया गया।
पुलिस ने क्लियरिंग की कोशिश की तो इस दौरान स्थानीय निवासी असल, चिंरजी लाल, छोटे लाल, बौनारी, विनोद समेत अन्य लोगों पर पुलिस ने हमला कर दिया। किसी की प्रतिमा दी तो किसी का फोन तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि कुछ देर बाद बवाल के बाद पांच पुलिसवालों को हॉस्पिटल पहुंचा दिया गया, जहां उनका इलाज किया गया है। इनमें से कुछ नवजात शिशु हो गए और कुछ पुलिस के नियंत्रण में ले लिए गए। मौसर पर तुरत अतिरिक्त पुलिस जाब्ता बुलाया गया। इस पूरी घटना के बाद कल रात बस्सी स्टेशन में ही रामावतार ने चौथे के खिलाफ राजकार्य में बाधाएं पैदा कीं, अन्य धाराओं में भी केसर दर्ज किए। जयपुर जयपुर फोटोग्राफर कुमार सोनी ने शुक्रवार को फ्री रिजर्व को ही यह अभियान शुरू किया है। इस दौरान उन नेशनल को पुलिस और स्टाफ स्टाफ की मदद से खोला गया जो आम रास्ते हैं, लेकिन उन पर इंतजाम किया गया है। फिर इच्छा वे अंतरिक्ष भूमि ही क्यों ना हो.... हफ्ते में कम से कम तीन से चार हिस्सों को खोला जाएगा और इसके लिए लिखा जाब्ता पहले से ही मौजूद रहेगा। बताया जा रहा है कि दो दिन के दौरान जयपुर में ऐसे करीब तीस रास्ते तय किए गए हैं। हांलाकी बस्सी में इस तरह से बंद रास्ते को लेकर पुलिस की सलाह जरूर दी गई है।
