कन्नौज। आज सुगन्ध एवं सुरस विकास केन्द्र, कन्नौज के सभागार में भारतीय पैकेजिंग संस्थान, दिल्ली, जिला उद्यम प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केन्द्र कन्नौज के सहयोग से कन्नौज के इत्र उद्योग में निर्मित इत्र की पैकेजिंग हेतु एक दिवसीय गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यषाला के माध्यम से कन्नौज के इत्र की पैकेजिंग को उत्कृष्ट बनाने तथा विशिष्ट पैकेजिंग के माध्यम से कन्नौज के इत्र को वैश्विक बाजार में पहचान दिलाने हेतु कन्नौज के उद्यमियों को जागरूक किया गया।
उद्घाटन सत्र का आरम्भ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शुभ्रांत कुमार शुक्ल, जिलाधिकारी, कन्नौज एवं डाॅ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी, निदेषक, सीएसआईआर-केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान, लखनऊ तथा विशिष्ट अतिथि डाॅ. तनवीर आलम, निदेशक, भारतीय पैकेजिंग संस्थान, दिल्ली का स्वागत शक्ति विनय शुक्ल, निदेशक, एफएफडीसी कन्नौज द्वारा पुष्पगुच्छ देकर किया गया, जिसके उपरान्त मंच पर आसीन समस्त गणमान्य पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्जवलित किया गया।
इस मौके पर शक्ति विनय शुक्ल, निदेशक, एफएफडीसी ने केन्द्र तथा केन्द्र द्वारा आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला के बारे में जानकारी दी तथा कार्यशाला के आयोजन एवं इसके उद्देश्य के बारे में बताया। डाॅ. तनवीर आलम, निदेशक, भारतीय पैकेजिंग संस्थान, दिल्ली ने इत्र उद्योग में व्याप्त व्यापक संभावनाओं एवं उत्कृष्ट पैकेजिंग तकनीकी के बारे में बताते हुए कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से निष्चित ही कन्नौज के इत्र उद्यमी लाभान्वित होंगे।
अमित कुमार आनंद, पुलिस अधीक्षक, कन्नौज ने एफएफडीसी के कार्याें की सराहना करते हुए कहा कि केन्द्र कन्नौज के इत्र उद्योग हेतु उत्कृष्ट कार्य कर रहा है। धनंजय सिंह, उपायुक्त, जिला उद्यम प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केन्द्र कन्नौज ने कार्यक्रम की प्रशंसा की तथा कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन होता रहना चाहिए।
इसके उपरान्त डाॅ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी, निदेशक, सीमैप, लखनऊ ने एफएफडीसी कन्नौज के कार्यों की सराहना की तथा केन्द्र में उपस्थित दीर्घकालिक प्रशिक्षण हेतु पंजीकृत प्रशिक्षार्थियों को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाऐं दी तथा सीएसआईआर-सीमैप, लखनऊ द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में बताया और प्रशिक्षार्थियों को सीमैप आने का आमंत्रण दिया। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को प्राकृतिक इत्र को पहचानने हेतु किसी सरल विधि के माध्यम से जागरूक कराने की आवष्यकता है जिससे वह आसानी से सिंथेटिक तथा प्राकृतिक में अन्तर को पहचान सकें तथा प्राकृतिक इत्र को उपयोग करने हेतु प्रोत्साहित हो सकें।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शुभ्रांत कुमार शुक्ल, जिलाधिकारी ने इन तीनों संस्थानों का धरातल पर समागम इत्र उद्योग हेतु एक नवीन ऊर्जा का नवाचार होता रहेगा। जिससे पैकेजिंग, विज्ञान व प्रौद्योगिकी, उत्पाद एवं उत्पाद की पैकेजिंग का समिश्रण के रूप में भविष्य में दिखेगा। इस तरह की गोष्ठी को इस जिले में विभिन्न संस्थानों के माध्यम से होता रहना चाहिए जिससे कि नयी प्रौद्योगिकी का समागम होता रहे। भारतीय पैकेजिंग संस्थान, दिल्ली, सीमैप, लखनऊ तथा एफएफडीसी, कन्नौज को संयुक्त स्तर पर प्रयास करते हुए कन्नौज इत्र उद्योग को स्थानीय से वैश्विक पहचान दिलाने में सफल हो सकें, जिससे इस उद्योग में जुड़े उद्यमियों को लाभान्वित किया जा सके।
तकनीकी सत्र के दौरान डाॅ. तनवीर आलम, निदेशक, भारतीय पैकेजिंग संस्थान, दिल्ली ने इत्र की मूल पैकिंग पर प्रजेन्टेशन के माध्यम से प्रकाश डालते हुए, स्थानीय उद्यमियों को मूल पैकिंग के महत्व को बताया। इसके पश्चात् उन्होनें इत्र हेतु राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पैकेजिंग नियमों/मानकों पर जानकारी प्रदान की तथा बताया कि औद्योगिक स्तर पर इसका किस प्रकार से उपयोग किया जाता है। इस तकनीकी सत्र के दौरान इस बात पर भी उद्यमियों को बताया गया कि उपभोक्ता के सम्बन्ध में इत्र के पैकेजिंग के क्या नियम/मानक हैं तथा उन्हें कैसे स्थानीय उद्यमी पूर्ण करके अपने उत्पाद को स्थानीय से वैश्विक स्तर का बना सकते हैं। भारतीय पैकेजिंग संस्थान, दिल्ली से आयी टीम ने कन्नौज के उद्यमियों तथा दीर्घकालिक प्रशिक्षार्थियों को पैकेजिंग पर डेमो प्रदर्षित किया गया, जिसके माध्यम से यह बताया गया कि किस प्रकार से हम अपने उत्पाद को औद्योगिक एवं उपभोक्ताओं के मानकों के अनुरूप सुरक्षित तथा आकर्षित बनाया जा सके। तकनीकी सत्र के उपरान्त कार्यषाला में आये प्रतिभागियों ने अपने प्रष्न किये जिनका जबाब विषेषज्ञों द्वारा दिया गया।
कार्यक्रम का समापन आमोद प्रताप सिंह, सहायक निदेशक द्वारा धन्यवाद ज्ञापित कर किया गया। कार्यक्रम का समन्वयन एफएफडीसी कन्नौज के वैज्ञानिक अधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान डाॅ0 रितु त्रिवेदी, सीएसआईआर-सीडीआरआई, लखनऊ उपलब्ध रहीं।