फास्ट न्यूज़ राजस्थान
निम्बाहेड़ा/जे.के.के. 10 से 16 नवंबर को बीच हलचल वाले 35 वे खान पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण सप्ताह का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का आयोजन भारतीय खान ब्यूरो द्वारा दो निरीक्षण दल के सदस्य, निम्बाहेड़ा एवं मांगरोल यूनिट के यूनियन एसोसिएशन, जे.के. आईटीआई के छात्र-इलेक्ट्रॉनिक और जे.के. सभी कर्मचारियों के कर्मचारियों की उपस्थिति में मालिया अलॉटमेंट मैसाइंस के कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज की गई। इस समारोह में सभी कर्मचारियों ने बड़े पैमाने पर कार्यशाला में भाग लिया। इस पर भारतीय खान ब्यूरो प्रथम निरीक्षण दल के सदस्य के. दिलीप पोखरना एवं टीम के सदस्य राम परमार, संजीव कुमार एवं शर्मा अन्य निरीक्षण दल के सदस्य अवसर मघारी लाल एवं टीम के सदस्य एनट्रिंक टोटमल्ला एवं अंकित जोशी, प्रतिनिधि मांग रोल सत्यनारायण मेनारिया, जे. .के. यतेंद्र शर्मा, वरिष्ठ महाप्रबंधक (मेंटेनेंस) अमरजीत मित्र, टीला सचिव लिमस्टोन मिनस के महाप्रबंधक (मेनकिंस) राकेश चंद्र व्यास और जे.के. फ्रांस सीसी लाइमस्टोन मानस के उप महाप्रबंधक लाल सिंह पोखरना, एवं कारुंडा मानस के उप महाप्रबंधक पीयूष कुमार आमेटा, उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत मलेशिया के वैज्ञानिक इंजीनियर पीयूष कुमावत द्वारा सभी को पर्यावरण की शपथ दिलावा कर तथा जे.के. स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा एक स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। मानव विज्ञान द्वारा पर्यावरण संरक्षण के विभिन्न कर्मचारियों की हत्या की गयी। साथ ही अन्य कर्मचारियों ने भी जल संरक्षण का संदेश देते हुए कविता प्रस्तुत की। जे.के. संकटग्रस्त निबाहेड़ा एवं मांगरोल के खदान प्रमुख यतेंद्र शर्मा ने अपने उद्बोधन में जे.के. जल संरक्षण एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए विभिन्न विषयों के बारे में बताया गया, उन्होंने कहा कि उनके जल एवं घरेलू जल का एकीकरण आसपास के तालाबों, आवेश एवं संरचनाओं में किया जाता है। .. पुनर्भरण करना जो सबसे पहले है वह बहुत ही आसान है। निरीक्षण दल के प्रमुख दिलीप पोखराना ने नाटक के निदेशक और भारतीय खान ब्यूरो द्वारा आयोजित इस खान पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण सप्ताह के महत्वपूर्ण विवरणों के बारे में भी बताया। मालिया ने अपने एसोसिएटेड साइंसेज के वरिष्ठ महाप्रबंधक दिलीप कुमार धाकड़ को अपने उद्बोधन में सुरक्षा एवं संरक्षण के बारे में बताया।