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अजमेर. हॉर्स लवर्स के लिए अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक मेला जन्नत बन गया है। पिछले एक दशक से मेले में अश्व वंश की वृद्धि हो रही है। यूनिवर्सिट से स्टैड फॉर्म का ऑपरेशन करने वाले शॉप मॉल में अपना अश्व लेकर आए हैं। मेले में कई तरह के घोड़े-घोड़े घोड़े आते हैं। इनमें मारवाडी नस्ल के अलावा काठियावाड़ी और सिंध भी शामिल हैं। मेले में उत्तर भारत से ही नहीं बल्कि दक्षिण भारत से भी स्टड फार्मर अपने अश्व वंश के साथ आये हैं। इस बार पैवेलियन गेम में 4 हजार 633 अश्व वंश आया है। इनमें से 3 हजार 81 राजस्थान के विभिन्न आभूषणों से लेकर 1 हजार 552 अश्व वंश तक के हैं।
*50 हजार से करोड़ तक कीमत:*
अंतरराष्ट्रीय पशु बैल मेले में अश्व वंश की कीमत 50 हजार से लेकर करोड़ों रुपये तक है। यहां मारवी और पंजाब कागड़ा नु नस्ल का सफेद घोड़ा सबसे पहले पसंद किया जाता है। साइंटिस्ट से भी प्रकाशित किये गये हैं. दोस्तों में घूम कर घोड़े-घोड़े को देख रहे हैं। 11 और 12 मार्च तक बिक्री में तेजी आएगी। 150 के दशक के लगभग आश्व वंश की बिक्री अभी तक हुई है। अश्व वंश की खरीद अभी तक 1 करोड़ रुपये से ऊपर हो गई है।
*मेले में हॉर्सटेल भी आया बिका:*
घोड़ा-गाड़ी ले जाना-ले जाना काफी महंगा है। इस अनोखे में घोड़ा-घोड़ी को लेकर कई तरह की व्याधियां भी होती हैं, लेकिन घोड़े में अश्व के लिए सेवा की व्यवस्था होती है। हॉर्स टेलीकॉम कंपनी के निदेशक युनाइटेड सिंह ने बताया कि कंपनी अमेरिका, न्यूजीलैंड, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में हॉर्स टेलीकॉम का संचालन कर रही है। देश में भी स्टैड फॉर्म के बारे में बताया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हॉर्स टेलीकॉम की शुरुआती कीमत साढ़े तीन लाख रुपये है।
*दुबई से हाशमी दम्पति आये, रेजिन्द्र से डॉग हॉर्स:*
दुबई में रहने वाले निसार हाशमी सैक्स का होलसेल का बिजनेस करते हैं। निसार हाशमी को भारत से बहुत प्यार है. वे मूलतः दंत चिकित्सक से हैं। वो अपनी पत्नी जीनत के साथ शुक्रवार रात को दुबई से निश्चिंत हो गए। निसार हाशमी की 2016 की शुरुआत हुई थी। दुबई से ही निसार हाशमी और उनकी पत्नी जीनत स्टड फॉर्म में हैं। निसार हाशमी कहते हैं कि मारवाड़ी नस्ल में काला कांटा घोड़ा काफी प्रसिद्ध है। काला कांटा कई सितारों में चैंपियन बन गया है। हॉकी के मशहूर खिलाड़ी अजित नांदल से उन्होंने काला कांटा की मां हंसिया को खरीदा था। हंसिया का एक और बच्चा साला अपने पास है, ऊंचाई 65 इंच है और उम्र 31 महीने है। काले रंग का यह घोड़ा मारवाडी उन्नत नस्ल है। इसमें 5 घोड़े शामिल हैं जो पहली बार पैलेस मॉल में लेकर आए हैं। हाशमी ने बातचीत में कहा कि ईस्टर हॉर्स लवर के लिए जन्नत बन गया है। घोड़ों की खरीद के लिए पहले जहां-जहां जाना जाता था, लेकिन अब एक ही जगह पर हजारों घोड़े देखने को मिल जाते हैं।
*मारवाड़ी नस्ल सबसे अच्छी:*
हाशमी ने बताया कि दुबई में उन्होंने कई विदेशी नस्ल के घोड़े भी देखे हैं, लेकिन भारत में जाने वाली मारी अपनी नस्ल के घोड़े उन्हें बहुत पसंद हैं। मारवाड़ी नस्ल के घोड़े हमारे राजा महाराजाओं के पास थे। ये जंगी घोड़े पाए जाते हैं और इनके तीन मालिक प्रति वफादारी रखते हैं, इसलिए मारवाड़ी नस्ल के घोड़ों का कोई सानी नहीं है। पशु मेले में पंजाब के नूरगढ़ से घोड़ा लेकर सन्नी गिल भी बिकते हैं। बिजनेस के साथ घोड़ा घोड़ा पालना उनका शौक है। मेले में सबसे उन्नत नस्ल का मारियारी हॉर्स गोल्डन रॉक उनके पास है। सन्नी गिल टीचर्स ने अभी तक 17वीं प्रतियोगिता जीत ली है। ईस्टर मेले में बिगेट ईयर का चैंपियन गोल्डन रॉक ही था। बातचीत में उन्होंने बताया कि वह कई बार पैलेस मॉल में अपने घोड़े-घोड़े लेकर आ चुके हैं।
*मारवाड़ी नस्ल के चूहे की सबसे बड़ी संख्या:*
अश्वपाल सन्नी गिल के शिष्य चैंपियनशिप में चूहों की नस्ल को देखें। उनके मूल निवासी का आकार, उनके शरीर के स्वामी आदि मारवी नस्ल की कब्रगाह का दस्तावेजीकरण किया गया है। गोल्डन रॉक हॉर्स मारवेरी नस्ल का उदाहरण है। मज़हब का मकसद भी नस्ल सुधार ही है. गोल्डन रॉक के कई बच्चे भी हमारे पास हैं जो हुबहू अपनी तरह के हैं। तीसरे से दादा को मॉल के माध्यम से बढ़ावा दिया गया है। आज के दौर में किसानों और उद्यमियों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। देश भर से अनमोल पुष्प मेले में आते हैं। गिल भी 22 घोड़े लेकर आये हैं। कुछ खरीदेंगे और कुछ बेचेंगे।
*मुंह से निकल जाए वही कीमत है:*
अश्वपालक और अश्वपालक सन्नी गिल के उदाहरण हैं अश्वपालक और इसकी कोई कीमत नहीं है। उन्नत नस्ल का घोड़ा एक ही होता है और वह बेशकीमती होता है। ऐसे किसानों के पालकों के मुंह से जो निकाले कीमत। यह वैकल्पिक रूप से प्रतिबंधित है कि वह घोड़ों की खरीददारी करना चाहता है। अनमोल दिल से घोड़ा ख़रीदारियाँ चाहता है और उसके उत्पाद हैं तो फिर कीमत की कोई सीमा नहीं है। बता दें कि पशु मेला एशिया का सबसे बड़ा मेला है।