फास्ट न्यूज इंडिया यूपी के लखीमपुर खीरी। सदर विधायक पर सरेआम पुलिस की मौजूदगी में चले थप्पड़ की गूंज भले ही पूरे देश में सुनाई दी, पर 72 घंटे बीत जाने के बाद भी कार्रवाई शून्य है।
भाजपा के ही दो खेमों में चले आ रहे विवाद के बाद हुई इस अप्रत्याशित घटना में आरोपियों को नोटिस तो जारी किया गया, पर जवाब के लिए दी गई मियाद पूरी होने के बाद भी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है।
नौ अक्तूबर को लखीमपुर अर्बन कोऑपरेटिव बैंक का प्रधान कार्यालय तब चर्चा का केंद्र बन गया था, जब पास की ही गली में भाजपा के सदर विधायक योगेश वर्मा को बैंक की निवर्तमान अध्यक्ष पुष्पा सिंह के पति जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अवधेश सिंह ने पुलिस की मौजूदगी में थप्पड़ जड़ दिया था।
इस घटना के बाद उस दिन शाम चार बजे के बाद तक बैंक के बाहर विधायक के समर्थक हंगामा और नारेबाजी करते रहे थे। आइजी प्रशांत कुमार (द्वितीय) के यहां आकर विधायक को कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद मामला शांत हुआ था।
इसके अगले दिन 10 अक्तूबर को मामले में तीन तहरीरें पुलिस के पास पहुंचने के साथ ही व्यापारियों ने भी प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा था। जाे तीन तहरीर पुलिस के पास पहुंची थीं, उनमें एक सदर विधायक की ओर से, दूसरी उनके पक्ष के ही व्यापारी नेता राजू अग्रवाल की ओर से और तीसरी पुष्पा सिंह के पक्ष के वीर विक्रम सिंह ने दी थी। इन तीनों ही तहरीर पर अब तक एफआइआर नहीं हो पाई है।
10 अक्तूबर को ही भाजपा प्रदेश नेतृत्व की ओर से प्रदेश महामंत्री विधायक श्याम नारायण शुक्ल ने पुष्पा सिंह व अवधेश सिंह समेत पार्टी के जिला उपाध्यक्ष अनिल यादव ओर पूर्व सहसंयोजक बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ ज्योति शुक्ला को नोटिस जारी किया था। इन चारों लोगों पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए दो दिन के भीतर जवाब मांगा था।
यह मियाद भी शनिवार को पूरी हो गई। लेकिन, जवाब मिला या नही, इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है।