फास्ट न्यूज़ इंडिया महाराष्ट्र। नासिक के देवलाली में स्थित आर्टिलरी स्कूल में अग्निवीरों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम चल रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अलग-अलग राज्यों से अग्निवीर पहुंचे हैं। वहीं हैदराबाद से पहुंचे अग्निवीरों में से दो अग्निवीर प्रशिक्षण के दौरान शहीद हो गए। महाराष्ट्र के नासिक में दो अग्निवीर दर्दनाक हादसे में शहीद हो गए। भारतीय सेना के दोनों अग्निवीर हैदराबाद से नासिक के देवलाली में आर्टिलरी स्कूल में प्रशिक्षण के लिए आए थे। प्रशिक्षण के दौरान ये हादसा हुआ है। दरअसल फायरिंग अभ्यास के दौरान तोप का एक गोला अग्निवीर के हाथ में ही फट गया। सेना ने दुर्घटना के कारण का सही पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए हैं। दरअसल, अग्निवीर के प्रशिक्षण का कार्यक्रम में नासिक के देवलाली में स्थित आर्टिलरी स्कूल में चल रहा है।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अलग-अलग जिलों के अग्निवीर पहुंचे हैं। वहीं हैदराबाद से पहुंचे अग्निवीरों में से दो प्रशिक्षण के दौरान दर्दनाक हादसे में शहीद हो गए। फायरिंग प्रशिक्षण के दौरान अग्निवीर के हाथ में तोप गोला फट ने से ये दर्दनाक हादसा हो गया। भारतीय सेना के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रशिक्षण के दौरान तोप का गोला फटने से दो अग्निवीर शहीद हो गए हैं। दोनों अग्निवीर हैदराबाद से महाराष्ट्र के नासिक स्थित आर्टिलरी स्कूल में ट्रेनिंग के लिए पहुंचे थे। वहीं सेना के अधिकारियों ने दो अग्निवीरों के शहीद होने की पुष्टि करते हुए कहा कि हम इस हादसे के कारणों का सही पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए गए हैं।नासिक का ये आर्टिलरी कैंप एशिया का सबसे बड़ा तोपखाना कैंप माना जाता है। ये कैंप नासिक में पांडव गुफाओं के ठीक पीछे स्थित है। इस तोपखाने को भारत-पाकिस्तान विभाजन के दौरान स्थानांतरित किया गया था, तब से ये केंद्र सैन्य निगरानी में है। यह भारतीय सैना के अधिकारयों और सैनिकों के लिए महत्वपूर्ण प्रशिक्षण केंद्र माना जाता है। इस तोपखाना में सैनिक सबसे उन्नत हथियारों में से एक, बोफोर्स तोप का प्रशिक्षण हासिल करते हैं। जितेन्द्र पांडेय स्टेट ब्यूरो चीफ चैनल महाराष्ट्र 151144426