फास्ट न्यूज़ इंडिया महाराष्ट्र। महाराष्ट्र सरकार की कैबिनेट बैठक कल मुंबई के सहयाद्री गेस्ट हाउस में हुई, जिसमें कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इस दौरान अजित पवार भी कैबिनेट में मौजूद थे लेकिन थोड़ी देर बाद बैठक से अजित पवार बाहर निकल गए और रत्न टाटा के अंतिम दर्शन करने NCPA लॉन्ज पहुंच गए। सीएम एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस बैठक में पूरे समय मौजूद थे लेकिन अजित पवार के अचानक बाहर निकलने के बाद ये खबर आई की क्या वो नाराज हैं लेकिन एनसीपी कोटे के बाकी मंत्री मौजूद थे।
ऐसे में एनसीपी अजित गुट का कहना है की नाराजगी का सवाल ही नहीं है। दादा परसो की रात ब्रीच कैंडी नहीं जा पाए थे इसलिए जब बॉडी रतन टाटा की नरिमन प्वाइंट्स स्थित NCPA लाया गया तो वो सबसे पहले पहुंचने वाले लोगो में से एक थे। दरअसल, बुधवार रात रतन टाटा का निधन हो गया था। मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने 86 साल की उम्र में अंतिम सांस ली थी। रतन टाटा के निधन पर महाराष्ट्र में एक दिन के शोक की घोषणा की गई थी। महाराष्ट्र कैबिनेट में रतन टाटा को भारत रत्न देने की मांग को लेकर प्रस्ताव पास किया गया। प्रस्ताव पास करने से पहले शिंदे गुट के नेता राहुल कनाल ने इसकी मांग की थी और सीएम को चिट्ठी लिखी थी।
अजित गुट ने नाराजगी की बात खारिज की
कई संस्थाओं को भूखंड दिए जाने और अलीबाग विरार कॉरिडोर प्रोजेक्ट को लेकर अजीत से बात नहीं बन रही है। वित्त विभाग अजित पवार के पास है। कैबिनेट में वो खुद मौजूद नहीं थे। ऐसे में इस पर सवाल उठ रहे हैं और अटकलबाजी चल रही है कि क्या अजित पवार नाराज हैं लेकिन उनके नाराजगी की बात को एनसीपी अजीत गुट ने खारिज कर दिया है।
महाराष्ट्र कैबिनेट में इन मुद्दों पर चर्चा
कैबिनेट की बैठक में मौलाना आजाद महामंडल के फाइनेंस में बढ़ोतरी, मदरसों में पढ़ानेवाले टीचर के मिलनेवाली राशि में बढ़ोतरी, वाणी-लोहार-नाथ पंथिय समाज के महामंडल का गठन जैसे फाइनेंस विभाग से जुड़े फैसले लिए गए। जितेन्द्र पांडेय स्टेट ब्यूरो चीफ चैनल महाराष्ट्र 151144426