फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया शारदीय नवरात्रि के हर दिन मां के अलग अलग स्वरूपों की पूजा होती हैं। देवी मां के प्रत्येक स्वरूप की आराधना के अलग अलग पूजन नियम, मंत्र और भोग होते हैं। 5 अक्तूबर को नवरात्रि का चौथा दिन है। इस दिन मां कूष्मांडा की पूजा की जाती है। माता कुष्मांडा सृष्टि की आदि-स्वरूपा, आदि शक्ति हैं । उनकी पूजा को पूर्ण करने के लिए नवरात्रि के चौथे दिन देवी का प्रिय भोग अर्पित किया जाता है। मान्यता है कि मां कूष्मांडा को मालपुए अति प्रिय हैं। इस दिन मालपुए का भोग लगाना शुभ माना जाता है। इस लेख के माध्यम से मालपुआ बनाने के आसान तरीके बताए जा रहे हैं, जिसे अपनाकर आप स्वादिष्ट मालपुआ घर पर आसानी से बना सकती हैं और देवी मां को भोग अर्पित कर प्रसन्न कर सकती हैं।
मालपुआ बनाने का सामग्री
एक कप गेहूं का आटा
सूजी आटा कप
मावा तीन टेबलस्पून
दूध एक कप
चीनी एक कप
देसी घी तलने के लिए
काजू एक चम्मच
पिस्ता एक चम्मच
सौंफ पाउडर आधा चम्मच
केसर एक चुटकी
इलायची पाउडर एक चम्मच
मालपुआ बनाने के विधि
स्टेप 1- मालपुआ बनाने के लिए सबसे पहले एक कटोरे में गेहूं का आटा छानकर उसमें सूजी मिलाएं। आटा और सूती को अच्छे से मिक्स करके उसमें चीनी, इलायची और सौंफ पाउडर डालें।स्टेप 2- अब एक कटोरे में खोया यानी मावा डालें और अच्छी तरह से मिक्स कर लें। अब इसमें दूध डालकर घोल तैयार कर लें। इस घोल में आटे का मिश्रण मिलाएं। घोल बनाते वक्त ध्यान रखें कि ये न तो ज्यादा गाढ़ा होना चाहिए और न ही ज्यादा पतला। कुछ देर के लिए इस घोल को ऐसे ही छोड़ दें और चाशनी बनाने की तैयारी शुरू करें।स्टेप 3- मालपुए के लिए चाशनी की जरूरत होती है, जिसे बनाने के लिए पानी और चीनी को पकाएं और उसमें स्वाद बढ़ाने के लिए इलायची पाउडर मिक्स कर लें।
स्टेप 4- अब मालपुआ तैयार करें। इसके लिए पैन में घी गर्म करें। आटे के लिक्विड को पैन में क्षमता अनुसार मालपुआ बनाने के लिए डालें। मालपुए को दोनों तरफ से सुनहरे सेक लें।
स्टेप 5- जब मालपुआ दोनों तरफ से सिक जाए तो पैन से निकालकर चाशनी में डालें। अब चाशनी से निकाल कर ऊपर से पिस्ता के छोटे टुकड़े डालकर गार्निश करें।
मालपुआ ठंडा होने के बाद इसका भोग लगाएं।