फास्ट न्यूज़ इंडिया चैनल महाराष्ट्र के धारावी झुग्गी बस्ती में बनी मस्जिद के अवैध हिस्से को खुद कमेटी के लोग तोड़ रहे हैं. इसको लेकर बीते दिनों जमकर हंगामा हुआ था। वहीं, पुणे के निकट पिंपरी चिंचवड़ महानगर पालिका ने कालेवाड़ी थेरगांव इलाके में स्थित एक मस्जिद और मदरसे पर तोड़क कार्रवाई की है। मुंबई की धारावी झुग्गी बस्ती में बनी महबूब ए सुभानिया मस्जिद के विवादित हिस्से को ढहाया जा रहा है. मस्जिद कमेटी के लोग खुद विवादित हिस्से को तोड़ रहे हैं। इसे लेकर बीते शनिवार को हंगामा हुआ था। तोड़क कार्रवाई करने पहुंची बीएमसी की गाड़ियों पर पथराव किया गया था। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को सरकारी काम में बाधा डालने, दंगा कराने और सरकारी प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने के मामले में गिरफ्तार किया था। 21 सितंबर को धारावी की महबूब ए सुभानिया मस्जिद को लेकर हंगामा हुआ था. उसके बाद मस्जिद कमेटी ने सात दिन का वक्त मांगा था और खुद अवैध हिस्से को तोड़ने की बात कही थी। तड़के ही मस्जिद कमेटी की तरफ से खुद उस अवैध हिस्से को तोड़ा जा रहा है। मस्जिद के ऊपर 20 फीट का मीनार का हिस्सा है, वो मुख्य रूप से अवैध है। उस पर ग्रीन कर्टन लगाया है। मस्जिद कमेटी इस पर लकड़ी लगाकर तोड़ रही है।
बीएमसी की गाड़ियों पर किया था पथराव
सुभानिया मस्जिद को लेकर उस वक्त हंगामा हो गया था जब 21 सितंबर शनिवार को बीएमसी की टीम पुलिस बल के साथ मस्जिद के अवैध हिस्से को तोड़ने पहुंच गई थी। स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया था और मस्जिद को 25 साल पुराना बताया था। मुस्लिम समाज के लोगों का कहना था कि जिस वक्त मस्जिद बनाई गई थी उस दौरान वहां समाज के लोगों की संख्या कम थी। आबादी बढ़ने पर नमाजियों की संख्या में इजाफा हुआ तो मस्जिद की दूसरी मंजिल बनाई गई जब बीएमसी की टीम मस्जिद के अवैध हिस्से को गिराने पहुंची तो समाज के लोगों ने इसका विरोध करते हुए हंगामा किया। स्थिति तनावपूर्ण होने पर मस्जिद प्रबंधन से जुड़े लोगों ने बीएमसी के अधिकारियों से बातचीत की, उन्होंने अतिक्रमण वाले हिस्से को हटाने के लिए चार से पांच दिन का समय मांगा, जिस पर अधिकारियों ने सहमति जताई थी।
पिंपरी चिंचवड़ में महानगर पालिका ने ध्वस्त किया मदरसा-मस्जिद
महाराष्ट्र के कालेवाड़ी थेरगांव इलाके में स्थित एक मस्जिद और मदरसे पर पिंपरी चिंचवड़ महानगर पालिका के द्वारा बीती रात अतिक्रमण विरोधी कारवाई की गई। जानकारी के अनुसार, पुणे से सटे पिंपरी चिंचवड़ के कालेवाड़ी इलाके के पवार बस्ती में पिछले 25 साल से भी ज्यादा समय से इस मस्जिद का निर्माण किया गया था। लेकिन कुछ सालों पहले यहां दारुल उलूम जामिया नाम से मदरसा चलाया जा रहा था। जिसे लेकर कुछ हिंदू संगठनों ने पिंपरी चिंचवड़ महानगर पालिका से शिकायत की थी।
मामला पहुंचा था कोर्ट में
उन्होंने आरोप लगाया था कि यहां चलने वाला मदरसा गैरकानूनी है, इसके निर्माण के लिए नगर निगम से किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं ली गई थी. जिसके बाद यह मामला अदालत में भी गया. मुंबई हाई कोर्ट ने पिंपरी-चिंचवड शहर में बिना अनुमति बनाए गए मदरसे, मस्जिद, मंदिरों तथा अन्य धार्मिक स्थलों पर अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई करने की आदेश दिए। जिसके चलते 6 महीने पहले शहर के उन सभी धार्मिक स्थलों के जिम्मेदारो को पिंपरी चिंचवड़ महानगर निगम के द्वारा इस गैरकानूनी कंस्ट्रक्शन को खुद ही तोड़ने की सूचना नोटिस के जरिए भेजी गई थी। लेकिन उसे नजर अंदाज किया गया जिसके चलते यह कारवाई बीती रात की गई।
कार्रवाई को लेकर शहर में तनावपूर्ण माहौल
मस्जिद पर कार्रवाई होने वाली है यह जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से हर किसी को पता चलने के बाद बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग इस कार्रवाई से मस्जिद को बचाने के लिए वहां दाखिल हो गए। दूसरी तरफ इस कार्रवाई को पूरा करने के लिए पिंपरी चिंचवड़ महानगर निगम के द्वारा बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को भी यह तैनात किया गया था। मामला ना बिगड़े इसलिए मुस्लिम समुदाय के कुछ जिम्मेदार नेताओं को भी पुलिस ने डिटेन करते हुए अपने कार्यालय में बिठाया। जिन्हें छोड़ गया। बताया जा रहा है कि बीती रात महानगर निगम के द्वारा की गई इस कार्रवाई में मदरसा पूरी तरह से तो मस्जिद का कुछ हिस्सा भी अवैध निर्माण होने की वजह से गिराया गया है। बीती रात मस्जिद और मदरसे पर की गई कार्रवाई को लेकर शहर में तनावपूर्ण माहौल है।फास्ट न्यूज़ इंडिया स्टेट ब्यूरो चीफ चैनल महाराष्ट्र जीतेंद्र केदारनाथ पांडेय 151144426