अखरोट अखरोट
अखरोट (अंग्रेजी: Walnut, वैज्ञानिक नाम : Juglans Regia) पतझड़ करने वाले बहुत सुन्दर और सुगन्धित पेड़ होते हैं। इसकी दो जातियां पाई जाती हैं। 'जंगली अखरोट' 100 से 200 फीट तक ऊंचे, अपने आप उगते हैं। इसके फल का छिलका मोटा होता है। 'कृषिजन्य अखरोट' 40 से 90 फुट #viralpostsdaily तक ऊंचा होता है और इसके फलों का छिलका पतला होता है। इसे 'कागजी अखरोट' कहते हैं। अखरोट के फल पहले हरे रंग के होते हैं, लेकिन आमतौर पर पूरी तरह से पकने के बाद ये भूरे रंग का दिखाई देते हैं।
अखरोट की खेती या बागवानी भारत देश में मुख्य रूप से पहाड़ी क्षेत्रों में की जाती है। वर्तमान में अखरोट की खेती जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तरांचल और अरुणाचल प्रदेश में होती है। अखरोट का प्रमुख उत्पादन जम्मू और कश्मीर में किया जाता है।
खाने से वजन नहीं बढ़ता, इसलिए खाने के बिना किसी चिंता के खा सकते हैं। मुट्ठी भर अखरोट (वालनट) सुस्त पड़े हुए मेटाबोलिज्म को बढ़ा सकते हैं। वे आवश्यक फैटी एसिड से भरपूर होते हैं और पाचन, विकास और विकास तथा अन्य मेटाबोलिक सामग्री में मदद करते हैं। अखरोट शरीर में कैल्शियम के अवशोषण (एब्ज़ोरप्शन) को बढ़ाने में मदद करता है।
अखरोट कई पोषक तत्वों जैसे स्वस्थ वसा, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और खनिज का खजाना होता है, इस वजह से शरीर का स्वास्थ्य बेहतर होता है। खासतौर पर अखरोट पुरुषों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद है। इसका सेवन न सिर्फ पुरुषों में शारीरिक ताकत बढ़ती है बल्कि स्पर्म का स्वास्थ्य भी बेहतर होता है