पति का हाथ पकड़ कर उसकी प्रेमिका को सौंप आई एक पत्नी
बोली पकड़ो, संभालो, यह अब तुम्हारा हुआ
इसे गैस, बीपी, कोलेस्ट्रॉल, डॉयबिटीज़ और बावासीर है
फलां फलां दवाईयाँ है, समय से देना
खाने में नमक ज़्यादा हो तो थाली फ़ेक देता है, तुम ख़्याल रखना
हर रात पीठ दिखाकर सोता है,
पूरी रात खर्राटे भरता है और गैस छोड़ता है,
सुबह उठते ही फोन पे लगता है और रात मे सोने से पहले तक फोन नहीं छोड़ता
तुमसे ही तो प्रेम प्रेम खेलता है
थककर फोन ही इसे छोड़कर बिस्तर पर गिर जाता है
तुम एडजस्ट कर लेना
कर ही लोगी
तुम्हारी वॉट्सऐप चैट पढ़ी मैंने
तुमने लिखा था आई लव यू
तो लव शव में तो क्या खर्राटे, क्या गैस
नाक के बाल जिस ट्रिमर से काटता है, उसे समय पर चार्ज करती रहना
तलवों की मालिश रोज़ करना, वरना नींद नहीं आयेगी इसे
गाली देने में पीएचडी की है इसने
तुम्हें शायद न बके दोएक महीने
पर जब बके तो गर्दन नीचे करके सुन लेना वरना तो तुम्हें मार भी सकता है
ले जाओ इसे
इसे तुम जीत चुकी हो
परंतु सेक्स करने से पहले प्रोटेक्शन रख लेना, तीन बार अलग अलग औरतों के साथ अलग अलग होटलों में पाया गया है
बहादुर हो तुम, ठीक आदमी चुना तुमने
तुम्हें जो हार तोहफे में दिया है, उसे मेरे पिता ने कर्ज़ लेकर बनवाया था, तुम पहनना, बेच न देना, पिता स्वर्ग से तुम्हें भी आशीष देंगे
पत्नियाँ अब क्लेश नहीं कर रहीं
रोना, पीटना, मन्नत, धागे कुछ नहीं कर रहीं
एक्सट्रा मैरिटल अफेयर के पता चलते ही प्रेमिकाओं को सौंप कर आ रही हैं
कोई कह रहा था "वैसी" औरतों को प्रेमिका नहीं कहते, उनके लिए कुछ और शब्द है।
क्या शब्द है वो? उसका पहले पुल्लिंग वर्ज़न तो बनाओ
बनाओ पहले पुल्लिंग वर्ज़न और बताओ "वैसे" यानि उस तरह के पुरूष को क्या कहते हैं?