फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया यूपी कासगंज। जनपद कासगंज के सहावर थाना क्षेत्र के गोराह नहर में बीते दिवस मिले महिला अधिवक्ता के शव का गुरूवार को कछला गंगा घाट पर गमगीन माहौल अंतिम संस्कार किया गया। महिला अधिवक्ता के अंतिम संस्कार के दौरान अपर जिला जज सहित एएसपी, विभिन्न राजनेतिक दलों के जनप्रतिनिधि व अनेकों अधिवक्ता मौजूद रहे। वहीं महिला अधिवक्ता की मौत के बाद से जनपद के अधिवक्ताओं के साथ साथ पूरे प्रदेश के अधिवक्ताओं में आक्रोश का माहौल व्याप्त है। वहीं पुलिस ने महिला अधिवक्ता की हत्या के मामले में कई संदिग्धों को अपनी हिरासत में ले लिया है, साथ ही पुलिस के आलाधिकारी इस हत्या कांड का जल्द से जल्द खुलासा करने की बात कह रहे है।
बतादें कि कासगंज कोतवाली के नदरई गेट स्थित माधोपुरी कॉलोनी की रहने वाली मोहनी तोमर पत्नी बृजतेंद्र तोमर ( जोकि कासगंज न्यायालय में महिला अधिवक्ता है ) बीती 3 अगस्त की सुबह वह घर से स्कूटी लेकर न्यायालय गई थी। दोपहर बाद उन्होंने अपने पति को कलेक्ट्रेट जाने के लिए कार मंगाई और पति के साथ कार द्वारा कलेक्ट्रेट पर गई थी। कलेक्ट्रेट से लौटने के बाद बृजतेन्द्र तोमर अपनी पत्नी मोहनी को न्यायालय के गेट पर छोड़कर घर चले गए थे। जब शाम तक मोहनी तोमर घर नहीं पहुंची तो उनके पति बृजतेंद्र ने मोहनी को फोन किया तो मोबाइल बंद मिला। जिसके बाद बृजतेन्द्र ने न्यायालय जाकर देखा तो मोहनी की स्कूटी न्यायालय परिसर मे खडी थी, लेकिन मोहनी का कोई पता नहीं था। जिस पर बृजतेन्द्र ने कासगंज कोतवाली में पत्नी की गुमशुदगी की तहरीर दी थी। पुलिस महिला अधिवक्ता मोहनी तोमर की तलाश कर ही रही थी, तभी बीती देर सांय सहावर पुलिस को क्षेत्र के रजपुरा गांव के समीप गोराहा नहर में एक महिला का शव नग्न अवस्था में पडा होने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही सहावर सीओ मय पुलिस वल के मौके पर जा पहुंची, पुलिस ने महिला के शव को नहर से बाहर निकलवाया तो महिला के शव का चेहरा पूरी तरह से क्षत विक्षत हालत में था। वहीं शव की शिनाख्त विजतेन्द्र तोमर ने अपनी पत्नी मोहनी तोमर के रूप में की। वहीं पुलिस ने महिला अधिवक्ता के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है। वहीं महिला अधिवक्ता मोहनी तोमर का शव मिलने की सूचना मिलते ही अधिवक्ताओं में काफी आक्रोश पनप गया और जनपद कासगंज के एडीजे सहित एसपी व जनपद भर के अधिवक्ता पोस्टमार्टम ग्रह जा पहुंचे, वहीं पुलिस ने तीन चिकित्सकों के पेनल व वीडियो रिकाॅडिग में महिला अधिवक्ता का पोस्टमार्टम गुरूवार की अल सुबह कराया। वहीं सुबह डीएम, एसपी मृतिक के घर जा पहुंचे और मृतिका के पति से ढांढस बंधाया। वहीं कछला गंगा घाट पर पुलिस अभिरक्षा में गमगीन माहौल में महिला अधिवक्ता के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। महिला अधिवक्ता के अंतिम संस्कार के दौरान अपर जिला जज सहित एएसपी, कई पाटियो के नेता व अनेकों अधिवक्ता मौजूद रहे। वहीं पुलिस ने महिला अधिवक्ता की हत्या के मामले में कई संदिग्धों को अपनी हिरासत में ले लिया है, साथ ही पुलिस के आलाधिकारी इस हत्या कांड का जल्द से जल्द खुलासा करने की बात कह रहे है। कासगंज कोतवाली क्षेत्र में महिला अधिवक्ता मोहनी तोमर की हत्या के मामले में पुलिस प्रशासन ने मामले की संबेदनशीलता को देखते हुए कई संदिग्धों को पूंछतांछ के लिये हिरासत में लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार कुछ जाने अनजाने चहरे भी पुलिस की रडार पर है। प्रशासन ने अधिवक्ताओं का मामला होने के चलते मृत महिला अधिवक्ता का विसरा पोस्टमार्टम के बाद सुरक्षित रख लिया है। प्रशासन का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने और मोबाइल फोन बरामद होने के बाद ही इस घटना के संर्दभ में विस्तिृत जानकारी दे सकेगा। प्रशासन के समक्ष सबसे बड प्रश्न है कि घटना से कुछ समय से ही पूर्व फोन काॅल करने वाला व्यक्ति कौन था। इस प्रश्न का उत्तर मिलते ही पूरे घटना का खुलासा हो सकेगा। बीती देर सांय महिला अधिवक्ता मोहनी तोमर का छत विछत व नग्न अवस्था में शव मिलने की सूचना मिलते अधिवक्ताओं में रोष फैल गया और गुरूवार की दोपहर वाद महिला अधिवक्ता मोहनी तोमर की अतिंम सस्कार के बाद आक्रोशित अधिवक्ताओं ने मथुरा बरेली हाईवे मार्ग पर जाम लगा दिया, इस दौरान अधिवक्ता मोहनी तोमर के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। वहीं जाम की सूचना मिलते ही एएसपी राजेश भारती मय पुलिस वल के मौके पर जा पहुंचे और अधिवक्ताओं को समझा बुझाकर व हत्यारों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन देकर जाम को खुलवाया। वहीं कासगंज। बीती देर सांय महिला अधिवक्ता मोहनी तोमर का शव मिलने की सूचना मिलते जनता में रोष फैल गया, तो वहीं गुरूवार की सांय अखिल भारतीय क्षत्रीय महासभा व एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने कैंडिल मार्च निकाल कर महिला अधिवक्ता को श्रद्वांजली दी साथ ही मुख्यमंत्री संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम सदर का सौंपा। एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में उन्होने मांग की हैकि महिला अधिवक्ता मोहनी तोमर की जघन्य हत्या करने वाले हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाये, साथ ही अपरधियों को सार्वजनिक रूप से फांसी दी जाये, मोहनी तोमर के परिवार को मुख्यमंत्री सहायता कोष से आर्थिक मदद की जाये। यदि प्रशासन ने अपराधियों के विरूद्व नही की तो क्षत्रीय समाज को आगे की रणनीति पर विचार करने के लिये बाध्य होना पडेगा। इस दौरान वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक कुमार सिसोदिया, प्रेमवीर सिहं, जिलाध्यक्ष संजीव यदुवंशी, ह्रदेश पुंढीर, सचिन पुढींर, धीरज सोंलकी, निर्भय सिसोदिया, रोचक चैहान, सुखवीर चैहान, विक्रम सिसोदिया, डोली अग्रवाल, स्नेहलता, नीतू वर्मा, स्वेता गुप्ता, शालू गुप्ता, जिला अध्यक्ष दीपक धनगर एनएसयूआई, सौरभ पाल प्रदेश सचिव, जतीन पाल, तस्मिया, अंजलि, निशा, लता, अश्विनी बघेल, जतिन मौर्य, मोहित पंडित सहित अनेकों लोग मौजूद रहे।
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बर्जन-
महिला अधिवक्ता का शव नहर से बरामद किया गया है और फिलहाल महिला अधिवक्ता के शव मिलने के बाद से उनकी मौत की गुथी उलझी हुई है। की महिला अधिवक्ता की मौत कैसे हुई और किसने की। इन सभी विन्दुओ पर पुलिस जांच कर रही है।-अर्पणा रजत कौशिक एसपी कासगंज।