वृन्दावन। कालीदह क्षेत्र स्थित अखण्ड दया धाम में मंगलायतन सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में चल रहा त्रिदिवसीय श्रीगुरु पूर्णिमा महोत्सव अत्यंत धूमधाम के साथ संपन्न हुआ।जिसके अंतर्गत देश-विदेश से आए समस्त भक्तों-श्रृद्धालुओं ने वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य गुरु पूजन किया।साथ ही महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया।
महोत्सव में समस्त भक्तों-श्रृद्धालुओं को अपने आशीर्वचन देते हुए महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद महाराज ने कहा कि सद्गुरुदेव भगवान की महिमा हमारे समस्त धर्म ग्रंथों में विस्तार से बताई गई है।स्वयं भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण भी अवतार लेकर जब-जब पृथ्वी पर आए, तब-तब उन्होंने गुरुओं की सेवा की।स्वयं परब्रह्म परमेश्वर होते हुए भी उन्होंने मनुष्य रूप लेकर संसार को सद्गगुरु की महिमा बताने के लिए उनकी सेवा करके ज्ञान अर्जित किया। इसीलिए हम सभी को भी सदगुरुदेव भगवान की शरण अवश्य लेनी चाहिए, तभी हमारा कल्याण हो सकता है। महोत्सव की संयोजक साध्वी कृष्णानंद ने कहा कि मनुष्य जन्म से ही किसी न किसी को गुरु बनाता है। मनुष्य के सबसे पहले गुरु माता-पिता होते हैं, जो व्यक्ति का लालन-पालन करके संसार की डगर में आगे बढ़ाते हैं। उसके बाद शिक्षा गुरु होते हैं, जो व्यक्ति को तमाम सांसारिक ज्ञान का उपदेश देकर उसे निखारते हैं। इसके बाद और अंत में आध्यात्मिक गुरु होते हैं,जो व्यक्ति को इस संसार के सुख-दुख, हानि-लाभ तथा कर्मों के जंजाल से उबारकर सांसारिक कुचक्र से मुक्त कर देते हैं। महोत्सव के अंर्तगत सरस भजन संध्या संपन्न हुई।जिसमें श्रीराधा-कृष्ण और सदगुरू की महिमा से ओत-प्रोत भजनों का गायन हुआ। तत्पश्चात् संत, विप्र, ब्रजवासी, वैष्णव सेवा और वृहद भंडारा भी हुआ। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, महन्त आचार्य रामदेव चतुर्वेदी, प्रमुख समाजसेवी आनन्द गोयल (इन्दौर), पण्डित विष्णु शास्त्री, डॉ. राधाकांत शर्मा आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थिति रहे। रिपोर्ट - मथुरा, नन्द किशोर शर्मा 151170853