फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया जम्मू काश्मीर। सुंदरबनी के साथ लगते गांव बजवाल के बनपुरी क्षेत्र में स्थित सद्गुरु 1008 बाबा काशी गिरी जी महाराज चैरिटेबल ट्रस्ट आश्रम में बुधवार से प्रारंभ हुई श्रीमद् भागवत की कथा आज दूसरे दिन भी बाद दोपहर लगभग 3:00 बजे प्रारंभ हुई कथा प्रारंभ से पूर्व वर्तमान गाड़ी आसीन सद्गुरु बृजभूषण जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त करके सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु बाबा विभोर हुए तथा भगवान विष्णु गणपति जी सरस्वती जी एवं अन्य देवताओं के पूजन अर्चन में भर चढ़कर भाग लेते हुए सभी श्रद्धालुओं ने धर्म का जय घोष लगाया इसके उपरांत राजस्थान के जयपुर से पधारे हुए माननीय पंडित मदन मोहन जी महाराज द्वारा दूसरे दिन की श्रीमद् भागवत कथा प्रारंभ की गई इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा नारद पिछले कल्प में मैं एक दासी का पुत्र था । उसकी माता दुसरो के घर मे काम करके अपनी जीविका चलती थी । बहोत मेहनत करके मेरी माँ मेरा लालन पालन करती थी और मुझसे बहोत प्रेम भी करती थी । पिता न होने के कारण मुझे पालने काम मेरी माता का ही था । एक समय की बात है हमारे गांव में साधुओं की एक टोली आयी । मैं उस टोली के साथ रहने लगा और उन साधुओं की सेवा करने लगा । मैं दिन भर उनके पीछे ही घूमता था । जब साधु लोग खाना खा लेते तो उनका बचा हुआ भोजन मैं खा लेता था । इन साधुओं के साथ रहकर मुझे भगवान की कथाओं को सुनने का अवसर मिलता था । साधुओं का सारा दिन भगवान की लीलाओं को सुनने में ही चला जाता था । भगवान के भजन करना, ध्यान करना और लिलाओं की चर्चा करना यही इन साधुओं का काम था । मैं भी उन साधुओं के साथ रहकर मैंने भी भगवान की लीलाओं को सुनता था । भजन भी करने लगा था । व्यासजी मेरा मन पूरी तरह से उन साधुओं की कृपा से भगवान में लग गया था । साधु संग से ही मुझमे भक्ति जागृत होगयी थी और भगवान के दर्शन की लालसा जागृत हुई । इस प्रकार में भक्ति के मार्ग पर चलता हुआ देव ऋषि के पद को प्राप्त हुआ। रिपोर्ट - फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया स्टेट ब्यूरो चीफ जम्मू काश्मीर संजीव कुमार 151099969
