दानदाता चोपड़ा परिवार के मुखिया जवाहर गणधर चौपड़ा बरसों पहले कनाना गांव को छोड़कर व्यापार के लिए चले गए, व्यापार में सफलता के बाद 1998 में उनका देहांत हो गया. उनका अपने गांव के लिए कुछ करने का सपना था. देहांत के बाद उनके बेटों ने अपनी मां पुष्पादेवी की प्रेरणा पर गांव में कमजोर तबके के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने को लेकर अस्पताल बनाने की योजना बनाई.
Rajasthan: मां की प्रेरणा से गांव में बनाया करोड़ों का अस्पताल, 6 बीघे में तैयार हुए हॉस्पिटल का कल रविंद्र भाटी करेंगे उद्घाटनदानदाता चोपड़ा परिवार के मुखिया जवाहर गणधर चौपड़ा बरसों पहले कनाना गांव को छोड़कर व्यापार के लिए चले गए, व्यापार में सफलता के बाद 1998 में उनका देहांत हो गया. उनका अपने गांव के लिए कुछ करने का सपना था. देहांत के बाद उनके बेटों ने अपनी मां पुष्पादेवी की प्रेरणा पर गांव में कमजोर तबके के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने को लेकर अस्पताल बनाने की योजना बन
Balotara News: कहते है इंसान कितना भी बड़ा बन जाये अपनी जन्मभूमि को कभी नही भूलता है,ऐसा ही देखने को मिला है बालोतरा के कनाना गांव में, जहां गांव के रहने वाले एक प्रवासी व्यापारी ने ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए करोड़ों रुपये खर्च कर अस्पताल बनवा दिया. अब कल ग्रामीणों को इस आधुनिक अस्पताल की सौगात मिलने वाली है.
बालोतरा के कनाना में सरकार की जनसहभागिता योजना के तहत नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन का लोकार्पण समारोह कल आयोजित होगा. कल शोभायात्रा व विधिवत पूजा अर्चना के बाद इस अस्पताल का विधायक अरुण चौधरी,शिव विधायक रविंद्रसिंह भाटी सहित अन्य अतिथियों द्वारा लोकार्पण किया जाएगा. 6 बीघा में दानदाता द्वारा करीब 3 करोड़ की लागत से तैयार हुए इस अस्पताल के बनने के बाद कनाना,पारलू, सराणा,जेठन्तरी सहित अन्य गांव को बेहतर चिकित्सा सेवा मुहैया होगी.
पिता का देहांत 26 साल पहले हो गया, मां की प्रेरणा से बनाया अस्पताल
अस्पताल भवन के दानदाता चोपड़ा परिवार के मुखिया जवाहर गणधर चौपड़ा बरसों पहले कनाना गांव को छोड़कर दक्षिण भारत में व्यापार के लिए चले गए. जहां व्यापार में सफलता के बाद 1998 में उनका देहांत हो गया. उनका अपने गांव के लिए कुछ करने का सपना था. देहांत के बाद उनके बेटों ने अपनी मां पुष्पादेवी की प्रेरणा पर गांव में कमजोर तबके के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने को लेकर तैयारी शुरू की, दोनों बेटों दिलीप और बसंत ने गांव में अत्याधुनिक अस्पताल बनाने की योजना बनाई.
आठ महीने में हुआ काम पूरा
पिछले साल ही ग्राम पंचायत के सरपंच चेनकरण सिंह से विचार विमर्श के बाद अस्पताल के लिए जमीन का आवंटन की स्वीकृति मिली और सितम्बर में जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी, तत्कालीन विधायक मदन प्रजापत सहित विभागीय अधिकारियों द्वारा अस्पताल की आधारशिला रखी गई. करीब आठ माह के बाद में इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भवन बनकर तैयार हो चुका है. कल इस अस्पताल को भव्य उद्घाटन समारोह के साथ जनता को समर्पित किया जाएगा. गांव के अस्पताल बनने से क्षेत्र के ग्रामीणों में खुशी का माहौल है.