*आखिर अहमदाबाद से वडोदरा के बीच DFC रेल लाइन कैसे बनाई गई है।*
हम सब जानते हैं कि अहमदाबाद से वड़ोदरा के बीच में रेलवे लाइन बनाना बहुत ही कठिन काम है क्योंकि एक्स्ट्रा रेलवे लाइन के लिए तो कत्तई जगह नहीं है। अहमदाबाद से वडोदरा के सेक्शन में अहमदाबाद क्षेत्र में तीन रेलवे लाइन है और फिर वडोदरा तक डबल रेल लाइन है और रेलवे की इसी मेन लाइन का साइड लेकर करके बुलेट ट्रेन की रेल लाइन बन रही है तो ऐसे में डीएफसी के लिए जगह ही कहां बच रहा है कि वह भारतीय रेल और बुलेट ट्रेन के बीच में अपनी डबल रेलवे लाइन बनाएं। तो फाइनली यह डिसाइड किया गया था कि अहमदाबाद स्टेशन और वड़ोदरा स्टेशन के थ्रू डीएफसी लाइन को नहीं बनाया जा सकता क्योंकि यह ऑलरेडी बहुत ही कन्जेस्टेड क्षेत्र है। फिर अहमदाबाद के बाहर ही एक स्टेशन पड़ता है सानंद। सानंद वही स्टेशन है जहां पर टाटा ने अपना नैनो कार के लिए अपना कारखाना बनाया था। चूंकि सानंद से अहमदाबाद के लिए रेलवे की अपनी खुद की रेलवे लाइन के लिए बहुत कन्जेस्टेड रेल मार्ग है तो फिर डीएफसी के लिए लाइन बनाने की बात ही नहीं आती है। अब आगे वड़ोदरा स्टेशन के आसपास डीएफसी के लिए कोई जगह नहीं बचता है क्योंकि जो थोड़ा बहुत जगह है उस पर ऑलरेडी बुलेट ट्रेन का प्रोजेक्ट चल रहा है। तो फिर एक ही रास्ता रह गया था कि अहमदाबाद के बाहर जो सानंद स्टेशन है, वहां पर डीएफसी का नया स्टेशन बनाया गया जिसका नाम रखा गया न्यू सानंद स्टेशन। अब आते हैं वड़ोदरा की तरफ, वड़ोदरा का आउटर स्टेशन है मकरपुरा रेलवे स्टेशन। मकरपुरा रेलवे स्टेशन के पास डीएफसी का नया रेलवे स्टेशन बनाया गया न्यू मकरपुरा रेलवे स्टेशन। अब बात आई न्यू सानंद रेलवे स्टेशन को और न्यू मकरपुरा रेलवे स्टेशन को आपस में जोड़ने की बात। न्यू सानंद स्टेशन के पास में एक स्टेशन है न्यू टिंबा स्टेशन, यह टिंबा स्टेशन, NG गेज का रेलवे स्टेशन हुआ करता था। फिर वहां से रेलवे लाइन को बनाना शुरू किया गया और न्यू चंगा स्टेशन बनाया गया और वासद के पास में न्यू वासद स्टेशन बनाया गया और फिर न्यू मकरपुरा में आकर यह DFC रेल लाइन मिल गई। न्यू मकरपुरा से आगे बढ़ते हुए डीएफसी रेलवे लाइन भरूच तक जाती है। जहां वरेडिया में दहेज की एक रेल लाइन आकर मिलती है क्योंकि दहेज में एक बहुत पोर्ट है। जो भारतीय रेल के अंतर्गत एक कारपोरेशन वाली रेलवे है और फिर भरूच के पास में में भारतीय रेल के रेल लाइन को क्रॉस करते हुए आगे मुंबई की तरफ चली जाती है।
तो हम कह सकते हैं कि न्यू सानंद से लेकर करके न्यू मकरपुरा तक जो DFC रेलवे लाइन बनाई गई है वह अहमदाबाद और वड़ोदरा शहर के बाहर और फिर बीच में जो भारतीय रेल की रेल लाइन है उससे कुछ दूर पर सामानांतर में बनाई गई है। अब इस क्षेत्र की मतलब न्यू सानंद से लेकर के न्यू मकरपुरा तक की दोनों रेलवे लाइन को ट्रायल रन करके मालगाड़ी के यातायात के लिए खोल दिया गया है। एक लाइन तो पहले ही खुल गई थी लेकिन दूसरी रेल लाइन को अभी कुछ दिन पहले ही खोल दिया गया है।
Rajesh Shivhare country incharge magazine
