अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 45 पैसे टूटकर 83.59 (अनंतिम) पर बंद हुआ। दरअसल, सत्तारूढ़ भाजपा को लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत मिलने की संभावना न होने की वजह से यह गिरावट आई।विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि इसके अलावा घरेलू इक्विटी में भारी बिकवाली और विदेशों में प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले मजबूत ग्रीनबैक ने निराशा को बढ़ा दिया है। इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 83.25 पर कमजोर खुली और सत्र के दौरान ग्रीनबैक के मुकाबले 83.23 के उच्चतम और 83.59 के निम्न स्तर के बीच झूलती रही। अंततः डॉलर के मुकाबले 83.59 (अनंतिम) पर बंद हुई, जो पिछले बंद से 45 पैसे की गिरावट दर्ज करती है। पिछले कारोबारी सत्र में यानी सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 83.14 पर बंद हुआ। क्या कहते हैं रुझान हुई वोटों की गिनती से लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के लिए निराशाजनक नतीजों के संकेत मिले हैं। बीजेपी अपने गढ़ उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में भारी हारती दिख रही है, हालांकि उसे लगभग 290 सीटों के साथ सरकार बनाने की उम्मीद है। अपने दम पर भारतीय जनता पार्टी ओडिशा, तेलंगाना और केरल में उल्लेखनीय बढ़त के बावजूद 236 सीटों पर बढ़त के साथ बहुमत के आंकड़े से नीचे गिरती दिख रही है, जिससे हिंदी बेल्ट में अप्रत्याशित हार के बाद पार्टी को कुछ राहत मिली है। विपक्ष में इंडिया गठबंधन करीब 230 सीटों पर आगे चल रहा है। पिछले चुनाव में बीजेपी के पास 303 सीटें थीं, जबकि एनडीए के पास 350 से ज्यादा सीटें थीं। डॉलर इंडेक्स का क्या है हाल? दुनिया की बड़ी करेंसी के मुकाबले अमेरिकी मुद्रा की मजबूती बताने वाला डॉलर इंडेक्स 0.17 प्रतिशत की बढ़त के साथ 104.25पर आ गया। कच्चे तेल में फिर तेजी देखी जा रही है और यह 1.88 प्रतिशत गिरकर 76.89 डॉलर प्रति बैरल पर है। भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट बीएसई सेंसेक्स 4,389.73 अंक या 5.74 प्रतिशत टूटकर 72,079.05 पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 1,379.40 अंक या 5.93 प्रतिशत गिरकर 21,884.50 पर आ गया। विदेशी निवेशक 6,850.76 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। एफआईआई ने कैश सेगमेंट में 23,451.26 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और 16,600.50 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची।