EPaper LogIn
एक बार क्लिक कर पोर्टल को Subscribe करें खबर पढ़े या अपलोड करें हर खबर पर इनकम पाये।

नींद में बिस्तर पर छूट गयी पेशाब
  • 151168597 - RAJESH SHIVHARE 1 0
    28 May 2024 21:07 PM



जल्दी जल्दी नींद में बिस्तर पर छूट गयी पेशाब को मनोहर जी साफ करने में लगे थे कि कहीं बहू बेटा ना देख ले.... कल ही तो बहू काजल ने दूसरी चादर बिछायी थी.... कितना सुना रही थी उनके बेटे रवि मतलब अपने पति को कि अगर अबकि बार पापा जी ने चादर पर पेशाब किय़ा तो मैं नहीं साफ करूँगी... भले ही घर छोड़कर जाना पड़े.... इसी वजह से बहू बेटे ने कल से ज्यादा पानी भी पीने को नहीं दिया कि कहीं फिर से मनोहर जी ऐसा न कर दें ... 85 वर्षीय मनोहर जी को जबसे किडनी की समस्या हुई हैँ तबसे कभी कभी ऐसा हो जाता हैँ.... बेचारे मनोहर जी को अफसोस भी बहुत होता हैँ.... 

जल्दी से चादर हटा कर मनोहर जी उसे बाथरूम में ले जाकर धुलने लगे ये सोचकर कि बहू आज बेटे के साथ अपने भाई की शादी के कपड़े लेने गयी हैँ तो देर से ही लौटेंगे .... भूख भी लग रही थी उन्हे पर मन का डर उनके हाथ जल्दी जल्दी चलाने को बोल रहा था... उन पर चादर भीगने के बाद उठायी भी नहीं जा रही थी...मनोहर जी की सांसे फूलने लगी...तभी उन्होने सामने अचानक बेटे बहू को खड़ा पाया.... वो बस इतना बोले.... बहू.... अब नहीं होगा...मैने साफ कर दी हैँ.... 

बेटे रवि ने अपने पिता मनोहर जी को सहारा देकर कुरसी पर बैठाया... 

देख लो फिर तुम्हारे पिता ने बिस्तर खराब कर दिया..कितनी बदबू आ रही हैँ....इनको अस्पताल में भर्ती करवाओ...

.बहू कुछ और बोलती उस से पहले रवि बोला... 

तुम अपने मायके जा सकती हो....उस बाप को कैसे छोड़ सकता हूँ.. जिसने मेरी पैंट तक साफ की थी जब मैं पोटी कर लेता था कच्छे में.... उस बाप का पेशाब नहीं साफ होगा ज़िसकी यूनीफोर्म पर मैने उस दिन टोयलेट कर दी थी जब पिता जी अपने सम्मान समारोह में जा रहे थे... इन्होने चू तक नहीं की.... ख़ुशी ख़ुशी पानी से थोड़ा स साफ कर चले गए... 

चलिये पापा.. कितने गीले हो गए हैँ आप.. ठंड लग जायेगी.... आपके लिए चाय बनाता हूँ.... बेटे ने दीवान से नयी चादर निकालकर मनोहर जी के बिस्तर पर बिछायी.... उन्हे बैठाया... उनके कपड़े बदले ..... अपने हाथों से चाय पिलाने लगा... 

मनोहर जी के कंपकपाते हाथ बेटे को आशीर्वाद देने के लिए उसके सर पर आ गए... आँखों से भी नीर बह निकले थे ज़िसे धोती के कोरों से मनोहर जी पोंछते जा रहे थे... सामने लगी पत्नी की तस्वीर को देख मन ही मन बोले... देख ले विमला तू कहती थी मैं चली जाऊंगी तो कौन ख्याल रखेगा मेरा.... हमारा रवि देख कैसे तेरे बुढ़ऊँ की सेवा कर रहा हैँ.... बहू भी दरवाजे पर खड़ी पश्चाताप के आंसू बहा रही थी....

 

Fast news India  चैनल को फॉलो करें एवं इमोजी के द्वारा प्रतिक्रिया अवश्य दे। Rajesh Shivhare country incharge magazine 151168597



Subscriber

187462

No. of Visitors

FastMail

बस्ती - पीएम ने मन की बात में योग, आपात काल और श्रावण मास पर की चर्चा     वाराणसी - झूम के बरसे बादल, लबालब हुए कई क्षेत्र; मानसून आने से किसानों को राहत     हरदोई - यूपी के किसान 31 जुलाई से पहले करवा लें फसल बीमा, नहीं तो पछताना पड़ेगा     अयोध्या - एक महीने में श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे रामजन्मभूमि परिसर के सभी मंदिर     नई दिल्ली - ऑफिस में REEL देखने वाले हो जाएं सावधान, रखी जा रही है कड़ी नजर जा सकती है नौकरी     बंगाल - लॉ कॉलेज गैंगरेप केस में उठे सवाल, महिला आयोग की टीम ने लगाए कई आरोप     भुवनेश्वर - पुरी रथ यात्रा भगदड़ मामले SP-DM का ट्रांसफर और पुलिस अधिकारी निलंबित