आगरा बाह। वन विभाग की टीम हमले में वन दरोगा सहित 5 लोग घायल हो गए। पुलिस ने रविवार को अनिरुद्ध की तहरीर पर 11 नामजद 9 अज्ञात के खिलाफ संगीन धाराओ में मुकदमा दर्ज कर दो आरोपित को जेल भेज दिया गया। कुछ ही घंटे बाद बासोनी पुलिस के ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे। पुलिस पर सोशल मीडिया पर सवाल होने लगे, थाने में तैनात शौकीनो पुलिस कर्मीयो ने मछलियो की मीट खाने के लिए चम्बल नदी पर मछलिया पकडने के लिए गांव के युवको को भेजा था। एसीपी, थानाध्यक्ष को पार्टी व थाने में मीट बनाने की बात ऑडियो में चल रही है। वन विभाग ने ग्रामीण के लोगो से मछलियो के जाल छुडा लिया गया। थाने में तैनात दरोगा की बात नही मानने पर वन कर्मीयो ने एक युवक को लाठी डंडो से बुरी तरह पीटा गया। बाद मे ग्रामीणो ने वन विभाग की टीम को घेरकर पीट दिया, ग्रामीण की ओर से एक युवक के शरीर पर चोट के निशान है वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। वन विभाग के दरोगा सहित 5 वन कर्मी घायल हो गए। जिसका सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है। ग्रामीण का कोई मेडिकल नही कराया गया, वन टीम का मेडिकल कराकर कार्रवाई कर दो आरोपियो को जेल भेज दिया गया। अन्य आरोपियो को पकडने के लिए पुलिस गांव में लगातार दबिश दे रही है। खबर ऑडियो के आधार पर लिखी हुई है खबर किसी का पक्षपात नही कर रही है, सत्यता को सभी के सामने लाने के लिए है।
थाने में तैनात मछलियों की मीट खाने के शौकीनों ने गांव डालपुरा के लोगो को मछलियां पकड़ने के लिए भेजा था। गांव के लोगों के द्वारा मना करने की बावजूद भी दरोगा नाम के थाने में तैनात ने चंबल नदी में जाल डालकर मछलियां पकड़कर थाने पर लाने के लिए कहा गया तो गांव की कुछ लोग पुलिस की बातों में आकर जाल को लेकर चंबल नदी पर पहुंचे जाल को चंबल नदी में डाल दिया गया। मुखबिर की सूचना पर वन विभाग टीम मौके पर पहुंच गई, वन विभाग की टीम के द्वारा मना करने के बावजूद भी लोग दरोगा का नाम लेकर जाल डाल रहे है। थाने के दरोगा ने जिम्मेदारी ली थी कोई दिक्कत या कोई पकड़ने के लिए रोकता है, तो मेरी बात कर देना चाहे कोई भी हो, आज मछली लेकर ही आनी है क्योंकि थाने पर सभी लोग मछली की मीट खाने के लिए बैठे हैं। आपको आकर ही बनानी है। दरोगा के इशारे पर युवकों ने चंबल नदी में जाल डाल दिया, वन विभाग की टीम के द्वारा मना करने पर युवक ने थाने के दरोगा को फोन लगा दिया दरोगा की बात ना मानने पर वन विभाग की टीम व मौजूद लोगो से झगड़ा हो गया। जिसमे एक युवक घायल हो गया, और वन विभाग की टीम दरोगा सहित 5 घायल हो गए।
मीट के खाने शौकीनों ने ग्रामीण को बना दिया आरोपी
13 संगीन धाराओ में मुकदमा दर्ज होने के बाद लगातार पुलिस नामजद व अज्ञात आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है। पुलिस की कार्रवाई से लोग परेशान व गांव छोड़ने के लिए मजबूर है। ग्रामीणों का आरोप है की थाने में तैनात दरोगा, पुलिसकर्मी मछली की पार्टी करने के लिए मजबूर करते हैं, मछलियां नहीं पकड़ने पर झूठ मुकदमे में फंसा कर जेल भेजने की धमकी देते हैं। मीट के शौकीनों के कहने पर मछलियां पकड़ने के लिए हम चंबल नदी पर गए थे, दरोगा ने जिम्मेदारी ली थी कोई दिक्कत नहीं है मैं हूं। बाद में दरोगा नहीं हाथ खड़े कर दिए, थाने में तैनात मीट खाने की शौकीनों की वजह से पूरा गांव पुलिस की कार्रवाई से भयभीत है। पुलिस गांव में निर्दोष लोगों को परेशान कर रही है। गांव के लोगों ने अधिकारियों से अपील की है कि पूरे मामले की जांच कर आरोपी दरोगा सहित सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाए। निर्दोष लोगों को गांव में परेशान नहीं किया जाए, पुलिस परेशान करेगी तो हम गांव से पलायन कर जायेगे।
दरोगा सहित आरोपियों पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
सोशल मीडिया पर ऑडियो वायरल होने के बाद लोगों में चर्चा का विषय बन गया जिस खाकी पर लोग भरोसा करते हैं,उसी खाकी ने गरीबों को आरोपी बना दिया। लोग गांव में खेती-बाड़ी कर अपना जीवन व्यापन कर रहे हैं। उसी खाकी ने गांव के युवकों को मछली लाने के लिए मजबूर कर दिया। जिसका खामियांना पूरा गांव भुगतना पड रहा है। अधिकारियों से गांव के लोगों ने कहा की गांव के लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। उन्ही धाराओं में पुलिस के खिलाफ कार्रवाई कर दोषियों को जेल भेजा जाए।
सपा नेता ने की दोषी पुलिस पर कार्रवाई की मांग
प्रदेश सचिव पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ समाजवादी पार्टी नेता शैलेंद्र राजपूत ने ऑडियो संज्ञान में आने के बाद सरकार पर निशान साधते हुए कहा पुलिस पर कैसे विश्वास किया जाए उत्तर प्रदेश में जंगल राज आ गया है। चंबल के किनारे रह रहे लोगों को डरा धमका कर पुलिस मछली पकड़ने के लिए मजबूर कर रही है। मीट के खाने के शौकीनों की वजह से गांव के लोग फंस गए तस्कर बना दिया गया। ऑडियो से ज्ञात होता है, पहले वन विभाग की टीम ने गांव की महिलाओ से बदलसूकी, युवको को लाठी- डंडो से बुरी तरह से पीटा गया। आक्रोशित लोगो ने वन विभाग की टीम को पीट दिया। वन विभाग की टीम पर हमले का मास्टरमाइंड पुलिस है। जिले के अधिकारी पूरे मामले की सही ढंग से जांच करें और दोषी दरोगा, थानाध्यक्ष, एसीपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि लोगों में कानून पर विश्वास बना रहे। बेवजह गांव के लोगों को परेशान ना की जाए, निर्दोषों को मुकदमे से बाहर निकाला जाए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर जेल भेजा जाए। दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर हम सभी लोग गांव के साथ हैं, अन्याय नहीं होने देंगे सड़क पर उतरकर धरना प्रदर्शन करेंगे।