कासगंज l जिलाधिकारी हर्षिता माथुर की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला पोषण समिति की बैठक सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी ने बैठक में पूछा कि सीडीपीओ द्वारा कुपोषित बच्चों को स्वास्थ्य सुधार हेतु एन.आर.सी. में क्यों नहीं भेजा जाता है। जिलाधिकारी ने समस्त संबंधितों को एक सप्ताह का समय देते हुये निर्देशित किया कि समस्त कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन करते हुये उन्हें जिला चिकित्सालय में संचालित एन.आर.सी. भेजा जाये अन्यथा की स्थिति में कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
बैठक का संचालन करते हुये जिला विकास अधिकारी/प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि 2,42,282 लाभार्थियों का आधार सत्यापन का कार्य पूर्ण हो चुका है अवशेष में समस्या आ रही है जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि अवशेष किन-किन कारणों से लम्बित है इसकी पूरी सूची बनाकर तद्नुसार निस्तारण कराया जाये। इसके साथ सैम और मैम की श्रेणी के बच्चों की पूरी सूची तैयार करायी जाये।
प्रधानमंत्री आदर्श ग्रामों में 61 ऑगनबाड़ियों का निर्माण समाज कल्याण विभाग द्वारा कराया जाना है जिस हेतु बाल विकास पुष्टाहार विभाग को भूमि का चयन कर प्रस्ताव देना है। इस कार्य को शीघ्रता से किया जाये। जिससे जो ऑगनबाड़ी केन्द्र किराये पर चल रहे हैं, उन्हें अपना भवन मिल सके। प्रत्येक ऑगनबाड़ी भवन का निर्माण 12 लाख रू0 की लागत से कराया जायेगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि ऑगनबाड़ी केन्द्रों पर वॉल पेटिंग का कार्य कराया जा रहा है जो लगभग 50 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुका है। पोषण पखवाड़ा 20 मार्च से 03 अपैल 2023 तक मनाया जा रहा है। जिसमें पोषण हेतु रैली, पोस्टर, बैनरों सहित विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जनजागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कराया जा रहा है। मोटे अनाजों का प्रयोग कर पोषण का स्तर बढ़ाने के प्रति जनसामान्य को जागरूक किया जा रहा है। विशेषकर महिलाओं, किशोरियों तथा गणमान्य व्यक्तियों को पोषण के सम्बंध विभिन्न जानकारियां देकर पखवाड़े को सफल बनाया जायेगा। बैठक में समस्त सीडीपीओ, मुख्य सेविकायें, ऑगनबाड़ी केन्द्र गोद लेेने वाले संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
