चंडीगढ़ । पंजाब पुलिस को चंडीगढ़ हाईकोर्ट ने कड़ी फटकार लगाई है। अदालत ने पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि अमृतपाल सिंह पर गंभीर आरोप थे। उसके बाकी साथी पकड़े गए तो वह कैसे भाग गया।
यह इंटेलिजेंट फेलियर है'
उच्च न्यायालय ने कहा कि यह इंटेलिजेंट फेलियर है। इस पर इतने केस है, फिर भी कैसे भाग गया। हम आपकी स्टोरी पर विश्वास नहीं कर सकते।
सरकार को चार दिन में स्टेटस रिपोर्ट देने का आदेश
अदालत ने सरकार को चार दिन में स्टेटस रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। इस पर सरकार ने कहा कि हम पकड़ने की कोशिश कर रहे है। जी-20 की बैठक होने के कारण पुलिस बिजी थी। वहीं, कोर्ट ने पिता को सुनने से इनकार कर दिया। उसने तन्नू बेदी को कोर्ट मित्र नियुक्त किया।
अमृतपाल सिंह पर लगा एनएसए
एडवोकेट जनरल ने कहा कि कुछ जानकारी ऐसी है, जो ओपन कोर्ट में नहीं दी जा सकती। एजी की तरफ से कोर्ट को बताया गया कि अमृतपाल के खिलाफ एनएसए भी लगा दिया गया है।
भगवंत मान ने जारी किया वीडियो संदेश
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक संदेश जारी कर कहा कि जब भी पंजाब का ख्याल आता है, लहराती फसलें, नाचते झूमते लोग, शूरबीरों और योद्धाओं की कुरबानी की कथाएं और गुरुओं की गुरबानी का ख्याल मन में आता है। पंजाब ने हमेशा देश को लीड किया है। उन्होंने कहा कि पंजाब की शांति से हम खिलवाड़ नहीं करने देंगे। जो कोई भी माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। उसे छोड़ेंगे नहीं।
अमृतपाल सिंह के साथियों पर कस शिकंजा
अमृतपाल सिंह के साथियों पर पुलिस ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही, पुलिस को दलजीत कलसी, बसंत सिंह, गुरमीत सिंह भुखनवाला और भगवंत सिंह को भी गिरफ्तार करने में सफलता हासिल हुई है। पंजाब पुलिस की एक टीम हरप्रीत सिंह को असम के डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल लेकर पहुंची है, जहां उसके अलावा अन्य आरोपियों को भी लाया गया है।पुलिस ने हरजीत समेत पांच लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगा दिया है।
