वाराणसी । चितईपुर स्थित उमाप्रेम नेत्रालय ने 21 मार्च मंगलवार को पूर्वांचल की प्रथम स्मार्ट कांट्रैक्ट मोतियाबिंद प्लानर मशीन स्थापित किया । ए०आर०जी०ओ०एस० बायोमीटर यू०एस०ए मशीन की खास बात यह है की लेंस के पॉवर की सही कैलकुलेशन व सर्जरी के बाद का अनुमानित परिणाम मरीज को पहले ही पता चल सकेगा । अभी तक मोतियाबिंद में जो सर्जरी होती है वो चिकित्सक के अनुभव व मरीज के जागरूकता के हिसाब से लेंस का चुनाव किया जाता है लेकिन कई बार मरीज को सर्जरी के बाद अनुमानित परिणाम हांसिल नहीं हो पता था ।
डॉ. अरुण कुमार गुप्ता एम०बी०बी०एस एम०एस (गोल्ड मेडलिस्ट) नेत्र विशेषज्ञ (डायरेक्टर उमाप्रेम नेत्रालय) ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया की इस ए०आर०जी०ओ०एस० बायोमीटर यू०एस०ए मशीन व वेरियान (यू०एस०ए) प्लानिंग सिस्टम व डिजिटल मारकिंग यूनिट द्वारा वाराणसी में सर्वप्रथम मोतियाबिंद के ऑपरेशन में लगने वाले लेंस की सटीक जाँच व प्रत्यारोपण (ऑपरेशन) मैक्सिमम एकुरेशी के साथ अब संभव है मोतियाबिंद सर्जरी की गुणवक्ता और बेहतर परिणाम के लिए इस मशीन को उमाप्रेम नेत्रालय में लगाया गया है अभी तक पुरे भारत में इस यूनिट की सिर्फ 40 मशीनें लगी हैं ।
कार्यक्रम के शुरुआत में मशीन का उद्घाटन डॉ.अरुण कुमार गुप्ता, पत्नी शालिनी गुप्ता व पत्नी के माता-पिता ने रिबन काट के किया ।।
