वाराणसी 19 मार्च संवददाता :- उद्योग जगत को लगा करोड़ों की चपत जिम्मेदार कौन है बिजली विभाग के कर्मचारियों द्वारा बिजली कटौती से बंद हुए कारखाने बेरोजगार हुए कर्मचारी कच्चे माल का हुआ नुकसान इन सब का जिम्मेदार कौन है बिजली विभाग या सरकार दोनो की नूरा कुश्ती से जनता ,उद्यमी, वायापारी,कर्मचारी पिस रहे है सब अपनी अपनी अपनी डफली बजा रहे है बिजली विभाग के कर्मचारी नेता अपनी मांगों को जायज ठहरा रहे है उधर सरकार शांति से वार्ता कर कर्मचारियों की मांगों पर विचार करने को कह रही है रविवार को चांदपुर औद्योगिक अस्थान चांदपुर वाराणसी स्थित कृषि यंत्र निर्माण इकाई मे लघु उद्योग भारती काशी के उद्यमियों की बैठक हुई । राजेश कुमार सिंह अध्यक्ष लघु उद्योग भारती काशी प्रांत ने बताया कि पिछले कई वर्षो से बिजली की सुचारू सुंदर व्यवस्था के कारण कारखानों में पड़े वयकल्पित जनरेटर का उपयोग बंद सा हो गया था परंतु एकाएक बिजली कटौती से कारखाने बंद हो गए कृषि यंत्र का सीजनल व्यापार होता है आज के कंपटीशन युग में समय पर माल नही पहुंचने से ऑर्डर कैंसिल हो रहे है कोढ़ मे खुजली का कार्य कर रही इस बिजली कटौती ने उद्यमियों को करोड़ों का ऑर्डर कैंसिल करवा दिया है । कृषि यंत्र व्यापारी पंजाब सहित अन्य प्रदेशों से कृषि यंत्रों को मंगवाना शुरू कर दिए हैं ज्योति शंकर मिश्रा उपाध्यक्ष ने बताया की शहर के मध्य लकड़ी खिलौना , गुलाबी मीनाकारी ,बुनकरों द्वारा कार्य किया जाता है जो रोज कुआं खोदते है और रोज पानी पीते है उन सभी का इस बिजली कटौती से नुकसान हो रहा है । गुलज़ारी लाल गुप्ता कोषाध्यक्ष ने सरकार से मांग की की बिजली विभाग के कर्मचारियों की।जायज मांगो को मांन कर बिजली विभाग द्वारा जारी हड़ताल को समाप्त करवाया जाए तथा बिजली विभाग के नेताओ से भी अनुरोध किया की अपनी मांगों के लिए बिजली विभाग के सबसे बड़े आय के श्रोत उद्योग जगत को इस तरह की कटौती से मुक्त रखा जाय । बैठक में ज्योति शंकर मिश्रा, अनुज गुप्ता, गुलज़ारी लाल गुप्ता, सर्वेश श्रीवास्तव ,राजेंद्र पांडेय ,दिलीप सिंह,सहित इत्यादि कर्मचारियों ने भाग लिया ।।
