हिमाचल प्रदेश, जिला शिमला: भारतीय फुटबॉल को प्रमोट करने के लिए आयोजित की जा रही इंडियन सुपर लीग में आजकल हिमाचली छोकरा विशाल कायथ खूब चमक रहा है। शिमला जिले के रोहड़ू में शलावट गांव से संबंध रखने वाला विशाल कायथ ISL में मोहन बगान की तरफ से खेल रहा है। वह टीम का गोलकीपर है, जिसकी बेहतरीन गोल कीपिंग की वजह से टीम को लगातार जीत मिल रही है। यही कारण है कि टीम के एक्टिव गोलकीपर विशाल कायथ पर सबकी नजरें गढ़ी हुई हैं। विशाल के पिता हीरा सिंह कायथ पेशे से बागवान हैं और माता बबीता गृहिणी हैं। उन्होंने अपने खेल करियर की शुरुआत स्कूली समय में रोहड़ू के स्पोर्ट्स हॉस्टल से की। स्कूल के बाद विशाल ने यूनिवर्सिटी की ओर से खेलना शुरू किया। नेशनल लेवल के टूर्नामेंट खेलते-खेलते उनकी रुचि फुटबॉल की तरफ ही बढ़ गई। पहले उन्हें कोलकाता के एक फुटबॉल क्लब लिया। बाद में विशाल की सिलेक्शन मोहन बगान में हो गई। इंडियन सुपर लीग में मोहन बगान ने अभी तक कुल 23 मैच खेले हैं। इनमें से 20 मैच टीम ने जीते, जिनमें से 12 मैच में विरोधी टीम मोहन बगान पर एक भी गोल नहीं कर सकी। यही कारण है कि ISL में मोहन बगान के साथ-साथ विशाल की भी बल्ले-बल्ले हो रही है। बेहतरीन गोल कीपिंग की वजह से विशाल को गोल्ड ग्लोव मिलने जा रहा है। उन्हें यह खिताब 18 मार्च को गोवा में मिलेगा। जहां इंडियन सुपर लीग का फाइनल मैच होगा। बकौल विशाल कायथ गोल्ड ग्लोव पाना हर फुटबॉलर का सपना होता है। उनका यह सपना तो पूरा हो गया, बस अब ISL का खिताब जीतना बाकी रह गया है। उनका कहना है फुटबॉल एक टीम गेम है। पूरी टीम के सहयोग से ही वो इस मुकाम तक पहुंच पाए। गोल्डन ग्लोब जीतकर उनका ही नहीं, पूरी टीम का मोरल अप हो गया है। अब फाइनल मुकाबले में सभी प्लेयर्स ऊंचे मनोबल से खेलेंगे। जिससे टीम को फायदा होगा। विशाल कायथ का चयन थ्री नेशन इंटरनेशनल फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए 23 सदस्यीय इंडियन स्क्वॉयड में भी हुआ है। इस 23 सदस्यीय स्क्वॉयड का आज से कोलकाता में कोचिंग कैंप शुरू हो गया । विशाल की सिलेक्शन इसमें एक्स्ट्रा गोलकीपर के तौर पर हुई है। यह टीम 22-28 मार्च तक खुमान लंपक स्टेडियम डंफाल में थ्री नेशन इंटरनेशनल फुटबॉल टूर्नामेंट में हिस्सा लेगी। भारत इसमें म्यंमार और किर्गिज गणराज्य के साथ खेलेगा।
रत्न चन्द स्टेट ब्यूरो चीफ (हि. प्र.) फ़ास्ट न्यूज इंडिया 151049876
