हिमाचल प्रदेश, जिला हमीरपुर: विधानसभा क्षेत्र भोरंज के अंतर्गत पपलाह पंचायत के हनोह गांव में समुदाय विशेष के व्यक्ति का शव तीन घंटे के बाद दफनाया गया। समुदाय विशेष के व्यक्ति के शव को दफनाने से पूर्व ही विवाद पैदा हो गया। प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद शव को दफनाया गया। वशीर मोहम्मद पुत्र साहब दीन गांव हनोह, पंचायत पपलाह पांच छह दिनों से बीमार चला हुआ था। शुक्रवार दिन के समय थोड़ा ठीक हो चुका था। परिजन रात को ही उसे भोरज सिविल अस्पताल ले गए जहां डाक्टरों ने उसे ऑक्सीजन लगा दी। कुछ समय के बाद उसकी मृत्यु हो गई।
पपलाह पंचायत में कोई कब्रिस्तान नहीं है और भरेड़ी पापलाह में समुदाय विशेष के पांच परिवार कई वर्षों से रह रहे हैं। उन्हें हनोह में नौ तोड़ भूमि मिली थी, वे वहां शव को दफनाना चाहते थे। लेकिन हनोह के ग्रामीणों ने शव को वहां पर दफनाने का विरोध जताया। ग्रामीणों ने कहा कि आबादी वाले क्षेत्र में किसी व्यक्ति का शव नहीं दफनाया जा सकता। कई लोग रात के समय डरते हैं। इसीलिए यहां शव को दफनाने से ग्रामीणों को दिक्कतें होंगी।
विवाद को बढ़ता हुआ देखकर भोरंज पुलिस को बुलाना पड़ा, लेकिन फिर भी विवाद नहीं थमा। बढ़ रहे विवाद को सुलझाने के लिए स्वयं भोरंज एसडीएम कुमारी स्वाति डोगरा पहुंची। उनके हस्तक्षेप के उपरांत यह विवाद सुलझा। प्रधान बोहरा राम की अगवाई में आए हुए लोग पहले वहां पर शव को दफनाने से इनकार करते रहे फिर एसडीएम भोरंज कुमारी स्वाति डोगरा ने आए हुए लोगों को समझाया। दोनों पार्टियों में लिखित रूप में समझौता करवाया। समझौते में कहा कि शव को इस बार दफनाने देते हैं, लेकिन अगली बार इस समुदाय के व्यक्ति की मौत होती है तो हनोह में ग्रामीण किसी भी शव को दफनाने नहीं देंगे। एसडीएम भोरंज कुमारी स्वाति डोगरा ने कहा कि इस बारे में डीसी हमीरपुर से बात की जाएगी। अगर कोई सरकारी भूमि होगी, तो वहां समुदाय विशेष के लोग कब्रिस्तान बना लें।
रत्न चन्द स्टेट ब्यूरो चीफ (हि. प्र.) फ़ास्ट न्यूज इंडिया 151049876