वाराणसी :- दिव्यांग छात्रा से छेड़खानी के विरोध में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति आवास के सामने छात्र छात्राओं का धरना दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रहा। कुलपति आवास के बाहर छात्र कुलपति, छात्र अधिष्ठाता, मुख्य आरक्षाधिकारी और वार्डन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। छात्र-छात्राएं मुख्य आरक्षाधिकारी के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। विरोध प्रदर्शन में दिव्यांग छात्र भी शामिल हैं। घटना को लेकर उनमें गहरा रोष है। उधर, छात्र अधिष्ठाता ने बताया कि प्राक्टोरियल बोर्ड और लंका थाने में इस मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपित को गिरफ्तार किया। बाद में उसे थाने से जमानत मिली। छात्र-छात्राएं आरोपित को थाने से छोड़ने से नाराज हैं। छात्र पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैं। दर्जनों की संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद हैं। प्रयागराज के करछना की बीए प्रथम वर्ष की छात्रा के अनुसार 25 जनवरी को वह अपने छात्रावास से कला संकाय के लिए पैदल निकली। रानी लक्ष्मीबाई छात्रावास चौराहे से आगे हैदराबाद निवासी बाइक सवार युवक मिला। वह उससे इधर-उधर की बातें करने लगा और कहाकि चलो कला संकाय छोड़ दें। उसने मना किया तो फिर दो-तीन बार कहा। इस पर वह उसकी बाइक पर बैठ गई। छात्रा ने युवक से कहाकि वह उसे मैत्री चौराहे पर छोड़ दे। वह उसे कृषि विज्ञान संस्थान के पास ले गया और छेड़खानी करने लगा। अश्लील हरकतें की। मैं भागने लगी ता रास्ते से जा रहे बीएचयू के कर्मचारी रूके। कर्मचारी ने मदद की और विरोध किया। इस पर युवक ने कर्मचारी के साथ भी मारपीट की। इस दौरान कर्मचारी ने प्राक्टोरियल बोर्ड को सूचना दी। सूचना पर सुरक्षाकर्मी पहुंचे। छात्रा ने इस मामले में लंका थाने में तहरीर दी। छात्र-छात्राओं का आरोप है कि पुलिस ने छेड़खानी के मामले में बदतमीजी की रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस मामले को घुमा रही है। उन्होंने कार्रवाई की मांग की है। दिव्यांग छात्र-छात्राओं का कहना है कि आरोपित को थाने से क्यों छोड़ा गया। उसे कोर्ट से जमानत मिलनी चाहिए। इसलिए छात्र पुलिस से भी नाराज हैं।
रविन्द्र गुप्ता डिस्ट्रिक्ट इंचार्ज वाराणसी 151009219