खबर है यूपी के प्रयागराज जिले से जहां अखिल भारतीय उद्योग व्यापार* मंडल ने प्रयागराज सहित पूरे प्रदेश में मारे जाने वाले जीएसटी के छापे का जबरदस्त विरोध किया और सरकार ने इसका संज्ञान लेकर छापे को 72 घंटे के लिए स्थगित किया था, परंतु व्यापारियों में अभी भी भय है कि 72 घंटे की मियाद खत्म होने के बाद भी छापे की कार्यवाही करके व्यापारियों का उत्पीड़न दोहन किया जा सकता है। प्रयागराज के जिला अध्यक्ष लालू मित्तल ने मीडिया से बात करते हुए बताया यदि सरकार की रोक के बाद भी किसी अधिकारी द्वारा छापेमारी की कार्रवाई का दुस्साहस किया गया तो, व्यापारी सड़कों पर आकर इसका विरोध करेंगे। व्यापार मंडल सर्वे का विरोधी नहीं है यदि किसी व्यापारी से विभाग को कोई व्यापारी से या फर्म से जानकारी चाहिए तो वह उसे विभाग में बुलाकर जानकारी ले, ना की छापा मारकर पूरे बाजार में दहशत का वातावरण बनाए। यदि इसी प्रकार छापेमारी होती रहेगी तो विशेष रूप से छोटा व्यापारी जो प्रतिदिन एकाउंटिंग नहीं कर पाता है, या ट्यूशन अकाउंटेंट के ऊपर निर्भर है, यदि उसके सारे दस्तावेज छापेमारी में जप्त कर विभाग अपने साथ उठा ले जाएगा , तो व्यापारी कैसे अपना अकाउंट और टैक्स का ब्यौरा दे पाएगा l जो इमानदार और समय से रिटर्न भरने वाला व्यापारी है वह भी इन सब छापेमारी में पीसा जाएगा lयदि कार्यवाही करनी है तो गलत करने वाले उन व्यापारियों को चिन्हित करके किया जाए जो नगद में और अवैध रूप से व्यापार करते हैं ना कि जीएसटी दाखिल करने वाले को। गंगा पार जिलाध्यक्ष राजेंद्र केसरवानी पप्पू भैया ने कहा कि व्यापारी हो हिस्ट्रीशीटर या माफिया की तरह व्यवहार ना किया जाए व्यापारी टैक्स देता है और उसी टैक्स से ही सरकार की अर्थव्यवस्था चलती है, व्यापारी अर्थव्यवस्था की धुरी है, विभाग द्वारा जिस प्रकार से बीते दिनों छापामार के व्यापारी को उसके ही क्षेत्र में बदनाम किया, वह अत्यंत अत्यंत निंदनीय है संगठन अब इसकी पुनरावृत्ति नहीं होने देगा।
मनोज सिंह स्टेट ब्यूरो चीफ यूपी सेन्ट्रल 151008265