महिदपुर शासकीय महाविद्यालय महिदपुर के आंतरिक गुणवत्ता आस्वस्न प्रकोष्ठ के अंतर्गत हिन्दी विभाग द्वारा भारतीय भाषा दिवस के उपलक्ष में व्याख्यान का आयोजन किया गया ।
व्याख्यान महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. आशा सक्सैना के मार्गदर्शन में हुआ । इस अवसर पर विशिष्ट वक्ता के रूप में संस्कृत मलयालम ओर उर्दू के विद्वानों ने मंच साझा किया । विद्यार्थियों को संस्कृत के वैशिष्ट्य से अवगत कराने हेतु नगर के संस्कृत मर्मज्ञ सेवानिर्वत शिक्षक श्री इंद्रजीत शुक्ला मुख्य का वक्ता के रूप में उपस्थित रहे मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए शुक्ला ने कहा कि संस्कृत सभी भारतीय भाषा की जननी है। उन्होंने कहा कि साहित्य की उदारता और महानता तथा आत्महत्या सर्वभूतेषु की भावना संस्कृत जैसी वैश्विक आशा मैं ही पुष्पित-पल्लवित हुई है। साथ ही कहा कि हमारी भारतीय भाषाएं निश्चित रूप से सबसे समृद्ध सबसे सुंदर व सबसे विज्ञानिक भाषाएं हैं। इन भाषाओं मैं एक अनुपम मिठास है। श्री नागौरी ने कहा कि उर्दू सारे जहां से अच्छा गीत प्रस्तुत किया। मलयालम भाषा के जानकार अनीश जोसेफ ने मलयाम के सूर और व्यंजनों की जानकारी दी तथा मलायम कवि जी शंकर कुरुप कविता का पाठ किया। कार्यक्रम के आरंभ में अतिथियों द्वारा सरस्वती पूजन के पश्चात डॉ. पदम सिंह पटेल ने स्वागत भाषण दिया। डॉ. घनश्याम सिंह ने भारतीय भाषा उत्सव की रूपरेखा प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रज्ञा शर्मा ने तथा आभार मोनिका बैरागी ने माना। इस अवसर पर महाविद्यालयीन स्टॉप मैं से डॉ. सुमित चौधरी चंद्रशेखर सिंह डॉ. परी राधा शर्मा उमेरा खान और एन आर मोबाइल आदि के साथ जिज्ञासु विद्यार्थी उपस्थित रहे।
