बुलन्दशहर जहांगीराबाद नगर के बुलन्दशहर बस अड्डे स्थित बाबा बेफिक्र शाहः की दरगाह पर चल उर्स मेले में ऑल इंडिया मुशायरे का आयोजन किया हुआ जिसका शुभारंभ सपा अल्पसंख्यक सभा के पूर्व जिलाध्यक्ष व पूर्व जिला पंचायत सदस्य शेख रईस अहमद व पूर्व चेयरमैन स्व:साबिर अंसारी के पुत्र हाजी खालिद अंसारी ने शमा रोशन कर व फीता काट कर किया। शायर नफीस देवबंदी ने अपनी गजल कुछ इस तरह पेश की,
कोई रात ऐसी गुजरी नहीं है
ग़ज़ल हमने जिसमें सवारी नहीं है
भले लोग इसको बुरा जानते हैं
बहुत बोलना होशियारी नहीं है ।
जुनून सियानवी ने अपनी अंदाज में गजल पेश की--
हम बदनसीब आज भी मंजिल से दूर हैं
रहवर बदल गया कभी रास्ता बदल गया ।
शमशुल क़मर शम्स हसनपुरी ने अपनी गजल इस तरह पेश की---अगर ईमान है तो एक ही काफी है लश्कर में
ना हो ईमान तो लश्कर लश्कर टूट जाता है ।
डॉक्टर सलमान दिलकश ने अपनी दिल कश आवाज इस तरह पेश की..इसी में सुबह गुज़ारूं इसी में शाम करूं
तेरे ख्याल से निकलूं तो कोई काम करूं ।
नवाजिश नजर शामली ने अपनी शायरी इस तरह पेश की..घर में उठ जाएगी दीवार खुदा खैर करे
भाई का लहजा है तलवार खुदा खैर करे ।
डॉ सैयद निजामी शैदा राही बुलंदशहरी ने कहा--सोच ले पहले जरा हम को मिटाने वाले
हम ही तन्हा है तेरे नाज़ उठाने वाले
मां की ममता कहीं बंट ना जाए बंटवारे में
सोच ले सहन में दीवार उठाने वाले।
देश मशहूर फनकार डॉक्टर माजिद देवबंदी ने भाई चारे के पैगाम इस तरह दिया.....खुद को भी आजमाओ तो पहले, कुछ नया कर दिखाओ तो पहले
बन ही जाएंगे मंदिर और मस्जिद, दिल से दिल को मिलाओ तो पहले।
डॉ इफ्तिखार सागर पुरकाजवी ने अपनी गजल इस तरह पेश की.... सर्दी की सारी धूप को नफरत निगल गई
दीवारों दर के साए कुछ इतने सहन में थे ।
निकहत अमरोही अमरोहा ने दोस्ती पर गजल पेश की ...दोस्तों में भी दुश्मन छुपे हैं दोस्ती का भरोसा नहीं है,
हाले दिल अपना किसको सुनाऊं अब किसी का भरोसा नहीं है।
नाजिया रिफअत कानपुरी ने दर्द भरी गजल पेश की---
आंखों के रास्ते वह मेरे दिल में उतर गया
खुशबू की तरह सांसो में मेरे बिखर गया
जब नाजिया में नींद से बेदार हो गई
मैं सोचती रही वह मुसाफिर किधर गया । इस मोके पर दरगाह सज्जादा सूफी सकलैन मिया ने सभी शायरों का पगड़ी बाद कर स्वागत किया। इस मौके पर कवि देव मनमौजी , कांग्रेस नेता ज्ञानेंद्र राघव,इकबाल पठान,सुल्तान अंसारी,नईम अंसरी,यूसुफ अंसारी, ताहीर सेफी,डॉ माजिद,तंजीम सेफी,असलम अंसारी, रब्बानी खां समेत आदि मौजूद थे। कार्यक्रम संचालन सईद अब्बासी ने किया। शांति व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस बल तैनात रहा। बुलन्दशहर डिस्ट्रिक्ट इंचार्ज सुनील कुमार 151044750
