हल्द्वानी : उत्तराखंड में तापमान गिरने से लोग परेशान हो रहे हैं। ठंड के मौसम को चिकित्सक भले ही हेल्दी सीजन कहते हैं, लेकिन यह भी सच है कि बीमारी फैलाने वाले वायरस सर्दी के मौसम में तेजी से बढ़ रहे हैं। जिसके सबसे ज्यादा शिकार छोटे बच्चे हो रहे हैं। बच्चों को सर्दी जुकाम, बुखार कोल्ड डायरिया हो रहा है। इन रोगों से पीड़ित बच्चों की संख्या अस्पतालों में बढ़ रही है।
बेस के बाल रोग वार्ड में मरीज बढ़े सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल के बाल रोग वार्ड में भर्ती आधे बच्चे कोल्ड डायरिया से पीड़ित मिले। वहीं बाल रोग की ओपीडी में सर्दी जुकाम बुखार के बच्चों की संख्या 30 प्रतिशत तक बढ़ गई है। बेस अस्पताल में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरज त्रिपाठी ने बताया कि बेस में बाल रोग विभाग में करीब 80 की ओपीडी होती है।
जिसमें करीब 25 से ज्यादा बच्चे सर्दी जुकाम व कोल्ड डायरिया से पीड़ित आ रहे हैं। एसटीएच में 35 प्रतिशत तक बड़े रोगी एसटीएच की बाल रोग विभाग की ओपीडी में औसतन 110 बच्चों की ओपीडी होती है। यहां पर भी सर्दी जुकाम व कोल्ड डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ गई है।
यहां ज्यादा मरीज
कोल्ड डायरिया से पीड़ित ज्यादातर बच्चे राजपुरा, जवहार नगर, इंदिरा नगर, उजाला नगर, गफ्फुर बस्ती, ढोलक बस्ती, दमुवाढूंगा, कुमाऊं कॉलोनी, गौजाजाली से आ रहे हैं।
कोल्ड डायरिया के लक्षण
ठंड के कारण बच्चे को उल्टी-दस्त होना
बुखार आना, शरीर में पानी की कमी होना
भूख न लगना, कंपकंपी लगना, ऐंठन होना
दिनभर सुस्ती बने रहना, पेट में दर्द
कोल्ड डायरिया से ऐसे बचाएं
बच्चों को हमेशा पूरे कपड़े पहनाकर रखें
बाहर खेलने जाते समय भी कपड़े पहनाएं
गुनगुना पानी और गर्म भोजन ही दें
उनके सामने छींकने या खांसने से बचें
साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए
खाना खाने से पहले हाथ साबुन से धोना चाहिए
बाहर के खाने से परहेज करना चाहिए।
कोल्ड डायरिया की परेशानी ठंड बढ़ने के साथ शुरू हो चुकी है। बच्चों को ठंड से बचाने के साथ ही फर्श पर नंगे पांव भी नहीं चलने देना चाहिए। बुखार या लूज मोशन होने पर चिकित्सक को दिखाएं। छोटे बच्चों के मामले में बिल्कुल भी लापरवाही न बरतें।
डॉ. रितु रखोलिया, एचओडी, बाल रोग विभाग, राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी
शाहनूर अली स्टेट इंचार्ज उत्तराखंड फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया 151045804
