यूपी जौनपुर। भगवान के अनंत अवतार है और श्री कृष्ण व श्रीराम को वैभवा अवतार कहते हैं उक्त बातें श्री भागवत कथा के पांचवे दिन जंघई बाजार के आशीर्वाद भवन में जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री श्री धर्माचार्य जी महाराज जी ने कही और मुख्य यजमान मुनेश्वर उमर ,मीरा देवी, मनोज कुमार आदि लोगों ने कथा शुरू होने के पहले महाराज का माल्यार्पण करके स्वागत किया । दूसरे के दुःख को दूर करते हैं और भगवान अपने भक्तों के दुःख को देखकर स्वयं दुखी होते हैं और कंस को जब पता चला की देवकी के आठवें पुत्र के द्वारा मारे जाओगे और उसने पूरे नगर में डुगडुगी पिटवा दिया की नगर में एक माह के अंदर जो बच्चा पैदा हो उसको नष्ट कर दिया जाय । कंस के महानगरी में चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ था और कृष्ण के जन्म पर नंद बाबा ने अन्न व जवाहारात के सात सात पहाड़ बना दिए और लक्ष्मी जी की कृपा वहां अवश्य होती है जहां साक्षात बृज में भगवान श्रीकृष्ण है वहां पर लक्ष्मी जी की कृपा अवश्य होती है ।श्री कृष्ण का जन्म होते ही चारों तरफ सजावट के साथ साथ अपने अंतर्मन की सजावट किया ।यही नहीं भगवान को गोपिकाएं भी आशिर्वाद देती है जब कि भगवान भक्तों को आशीर्वाद देते हैं । भगवान श्रीकृष्ण को नटवर की संज्ञा दी गई है और गोपिकाओ ने कहा की हमें एक मिनट के लिए मेरे गोद में दे दे और जैसे ही मैया ने गोपिकाएओं के हाथ मे श्रीकृष्ण को दिया तो उपस्थित गोपिकाएं नाचने गाने लगी ।लाला के जन्म पर कई दिन तक जन्मदिन मनाया जाता रहा जिससे चारों तरफ हंसी खुशी का माहौल बना रहा ।
राकेश डिस्ट्रिक्ट इंचार्ज जौनपुर फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया 151106957
