● आचार्य विद्यासागर संस्कार वर्णी पाठशाला का वार्षिकोत्सव संपन्न-
●नि:शुल्क सेवाएं प्रदान करने पर शिक्षिकाओं का हुआ सम्मान
● बच्चों ने प्रस्तुत किए सांस्कृतिक कार्यक्रम
(ललितपुर) वर्णीनगर मडावरा में आचार्य श्रेष्ठ 108 विद्यासागर महाराज के मंगल आशीर्वाद से मडावरा नगर में विराजित अष्टम निर्यापक श्रमण मुनि श्री अभय सागर, मुनिश्री प्रभात सागर,मुनिश्री निरीह सागर महाराज के आर्शीर्वाद से पाठशाला का वार्षिकोत्सव समारोह सम्पन्न हुआ।प्रातःकाल धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री अभय सागर महाराज ने कहा कि पाठशाला में अध्ययन करके बच्चे संस्कारवान बनते हैं। पाठशाला में बच्चे धार्मिक शिक्षा प्राप्त कर धार्मिक संस्कारों को सीख रहे हैं। पाठशाला में बच्चों को नैतिक संस्कारों की शिक्षा भी दी जाती है। उन्होंने कहा कि सभी अभिभावक अपने बच्चों को प्रतिदिन पाठशाला भेजें जिससे बच्चे संस्कारों को धारण करें। पाठशालाएं ही धार्मिक सस्कारों को सिखाती हैं।जिससे बच्चे धर्म के मार्ग को चल सकें। पाठशाला समिति के महामंत्री डां० राकेश जैन सिंघई ने बताया कि वर्ष 1999 में मडावरा नगर में आचार्य श्री विशद सागर महाराज के चातुर्मास के दौरान पाठशाला को संचालित किया गया था। वर्ष 2006 में आचार्य श्रेष्ठ 108 विद्यासागर महाराज की आज्ञानुवर्ती शिष्या आर्यिका रत्न 105 अपूर्वमति, अनुत्तर मति,अगाधमति माता जी की प्रेरणा से संचालित पाठशाला आज ऊंचाइयों को छू रही है। बच्चे अध्ययन करके संस्कारवान बन रहे हैं।प्रत्येक वर्ष दीपावली पर्व के दौरान पाठशाला का वार्षिकोत्सव आयोजित किया जाता है। बच्चे अपनी-अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। सायंकाल पाठशाला का वार्षिकोत्सव कार्यक्रम श्री महावीर विद्याविहार के परिसर में आयोजित हुआ। सांस्कृतिक कार्यक्रम के पूर्व दीप प्रज्ज्वलन एवं चित्र अनावरण चातुर्मास समिति एवं पाठशाला समिति के अध्यक्ष डां० बिरधीचंद्र जैन,शिरोमणि संरक्षक प्रजेश जैन,दीपा सौंरया इंदौर,आगंतुक अतिथियों ने किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रंखला में मंगलाचरण के पश्चात पाठशाला के नन्हें-मुन्हें बच्चों के द्वारा अनेक प्रस्तुतियां दी गई। कोविड-19 पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई जिसमें कोविड-19 बैरियर्स के प्रति सम्मान प्रकट किया गया। मातृभाषा हिंदी पर लघु नाटिका की प्रस्तुति,पूजन में अष्ट द्रव्य का महत्व बताते हुए नृत्य नाटिका की गई।आचार्य श्री विद्यासागर महाराज द्वारा रचित "मूक माटी" महाकाव्य पर लघु नाटिका प्रस्तुत की गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले बच्चों को पुरस्कार प्रदान किए गए।कार्यक्रम का संचालन श्रद्धा जैन ने किया।पावन वर्षायोग एवं पाठशाला समिति के पदाधिकारियों ने प्राचार्या ममता जैन एवं समस्त शिक्षिकाओं का नि:शुल्क अध्यापन करने पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में चातुर्मास एवं पाठशाला समिति के पदाधिकारी चौधरी अभिनंदन जैन,कोषाध्यक्ष सुरेंद्र जैन,जिनेंद्र जैन,मंत्री राजेश सौंरया,नीलेश जैन दुकान वाले, विनोद अहिंसा,प्रवीण जैन,हर्षित जैन,दीपक जैन,निवेश जैन,हनी जैन का विशेष सहयोग रहा।कार्यक्रम के समापन पर आभार महामंत्री डॉ० राकेश जैन सिंघई ने व्यक्त किया।
फोटों कैप्सन-
01- सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करते पाठशाला के बच्चे
02- नि:शुल्क अध्यापन कार्य करने पर शिक्षिकाओं को सम्मानित करते पदाधिकारी-

