बुंदेलखंड यूपी जिला ललितपुर उत्तर प्रदेश एक समय में हमारा बुंदेलखंड अनेक कहावत और कविताओं से प्रसिद्ध था जो की आज धीरे धीरे लुप्त होते जा रहे हैं जैसे ,, बुंदेली नामों का स्मरण लाती थी कविताएं,, इसी पर आधारित एक कविता है
महुआ दुबरी लता भूल गए
दूध महेरी मट्ठा भूल गए
कच्चे आंगन पोर् उसारो
ठाट बड़ेरी अटा भूल गए
कोयल पक्की दार की अमिया
बरिया बारे जटा भूल गए
बारी लटकत भैंस तरैया
बथुआ भाजी भटा भूल गए
जॉन लगत हते द्वार पे
कांटन बारे टटा भूल गए
पड़ गए अंग्रेजी की टेबल
अंक पहाड़े रता भूल गए
शर्म हथी जो आंखों पर
जेंस पेंट को पटा भूल गए
मूत्र देत जिन आंखों खो
बाबू दादा के गटा भूल गए
कुछ इस प्रकार से कहावतें हैं जो लुप्त होती जा रही हैं कविता फास्ट न्यूज़ से 15 1166 385 राम भजन सिंह एरिया इंचार्ज चांदोरा
