चंडीगढ़। चंडीगढ़ नगर निगम की डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली गाड़ी की ट्रॉली के नीचे दबकर गाड़ी चालक की मौत मामला गर्माता जा रहा है। डोर टू डोर गारबेज कलेक्टर सोसाइटी के चेयरमैन ओम प्रकाश सैनी और धर्मवीर राणा ने हादसे के लिए नगर निगम को जिम्मेदार ठहराया है। गाड़ी की ट्रॉली के नीचे दबकर चालक की मौत की घटना का यह तीन महीने के भीतर दूसरा मामला है। इससे पहले 27 मई को भी ऐसी ही घटना शहर में हुई थी। सेक्टर-23 में दोपहर के समय डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली गाड़ी के ड्राइवर 27 वर्षीय नवजोत सिंह की मौत हो गई थी। 2 अक्टूबर को नवजोत सिंह की शादी होनी थी। पुलिस ने शव को जीएमएसएच-16 में रखवाया था, जिसका आज पुलिस और परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में डाक्टरों का पैनल पोस्टमार्टम करेगा। इसकी रिपोर्ट आने के बाद मामले में आगे की जांच बढ़ेगी। इस मामले में सेक्टर-17 थाना पुलिस जांच कर रही है।
डोर टू डोर गारबेज कलेक्टर सोसाइटी के चेयरमैन ओम प्रकाश ने कहा कि डोर टू डोर गारबेज कलेक्टर सोसाइटी मांग करती है कि नगर निगम की इन गाड़ियों की मरम्मत पर ध्यान दिया जाए। निगम अधिकारियों की लापरवाही की वजह से गाड़ी के चालक मौत के मुंह में जा रहे हैं। इसके लिए सीधे सीधे नगर निगम के उच्च अधिकारी जिम्मेदार हैं। क्योंकि किसी भी गाड़ी का रखरखाव सही ढंग से नहीं हो रहा है। इस वजह से पहले भी कई गारबेज कलेक्टर घायल हो चुके हैं। डोर टू डोर गारबेज कलेक्टर सोसाइटी ने यह मांग की है कि कमर्शियल एरिया में जितने भी गाड़ियां गारबेज उठाती हैं उन पर हेल्पर लगाए जाएं। नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही व अनदेखी के कारण बीते रोज सेक्टर-23 में गाड़ी के ड्राइवर नवजोत सिंह की हादसे में मौत हो गई। सोसाइटी ने मांग की है कि मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।