कासगंज जनपद के जिला कारागार में शुक्रवार की सुबह में विचाराधीन कैदी की अचानक तबीयत बिगड़ गई। आनन-फानन में उसे जिला चिकित्सालय लाया गया। यहां चिकित्सकों ने कैदी को मृत घोषित कर दिया। मृतक जनपद एटा का निवासी है। एटा के कई थानों में उस पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। शव को अंत्य परीक्षण के लिए भेज दिया है। विधिक कार्रवाई की जा रही है।
जनपद एटा के थाना जैथरा क्षेत्र के गांव कसेला निवासी उमेश चंद्र दुबे का 45 वर्षीय पुत्र अनिल कुमार दुबे पिछले दिनों से कासगंज जिला कारागार में सजा काट रहा था। रात करीब चार बजे अचानक उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। आनन-फानन में जिला चिकित्सालय लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जानकारी जिला प्रशासन एवं एटा स्थित उसके परिजनों को दे दी गई है। जेलर अवध नारायण सिंह ने बताया है कि मृतक 18 जनवरी 2001 से प्रशासनिक आधार पर विचाराधीन कैदी के रूप में मौजूद था। जिला एटा के थाना मिरहची एवं कोतवाली नगर में उस पर हत्या, गैंगस्टर जैसे कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। शव अंत्य परीक्षण को भेज दिया गया है।
बंदी की मौत पर भाई ने खड़ा किया सवाल....
जिला कारागार में बंदी अनिल कुमार दुबे की मौत को लेकर उसके भाई गोविंद दुबे ने कई सवाल खड़े किए हैं। उसने कोतवाली प्रभारी निरीक्षक कासगंज को तहरीर देकर कहा है कि भाई की मृत्यु आकस्मिक आखिर कैसे हुई। भाई की मौत को लेकर संदेह जाहिर करते हुए कहा है कि सभी संदेहास्पद पहलुओं पर न्यायिक जांच कराने की मांग की है। साथ ही मजिस्ट्रेट की निगरानी में चिकित्सकों के पैनल द्वारा वीडियो ग्राफी सहित अंत्य परीक्षण कराने की मांग उठाई है।