देखि सुदामा की दीन दशा करुणा करिके करुणानिधि रोऐ
पिनाहट।गुरुवार क़ो पिनाहट के दौलतपुरा गांव मे चल रही श्रीमद भागवत कथा में बडी ही आनन्दमयी कथाऐ ब्यास जी ने श्रवण करायी।जिनको सुनने के लिये जनशैलाब उमड पडा ।सैकडो की भीड मे जब सुदामा जी महाराज का प्रसंग आया तो लोगो के चेहरो पर आशुओ की बौछार सी नजर आयी।
कथा बाचक आचार्य रामनजर जी महाराज ने गुरुवार को भगवान श्री कृष्ण के द्वारा समुद्र मे द्वारिका पुरी नामक सुन्दर नगर के निर्माण की कथा व भगवान के परम मित्र सुदामा जी महाराज को कथा सुनाई। उन्होने बताया मित्रता वही सच्ची है जो मित्र के काम आये।जो मित्र के दुख व सुख मे सहयोग करे वही सच्चा मित्र है।भगवान द्वारिकाधीश ने जब सुदामा की दीनहीन दशा देखी तो करुणानिधि खुद रोने लगे।सारा संसार जिस लक्ष्मी की प्राप्ति के लिये जतन करता है।वही लक्ष्मी का पति सुदामा के चरणो को अपने आशुओ से धो रहा है।भला सुदामा को कोई गरीब कह सकता।गीत संगीत से चल रही परीक्षित की भूमिका गंगा देवी निभा रही है। तो वही आयोजक राम भरत पाराशर ब शिवनारायण पाराशर रहे।