बांदा : चित्रकूटधाम मंडल की ग्राम पंचायतों की पहचान अब खेल मैदान व पार्को से होगी। इसके लिए मंडलायुक्त ने मुहिम छेड़ी है। इन्हें तैयार करने में कोई ज्यादा लागत भी नहीं होगी। यही पार्क ग्रामीण क्षेत्रों में शादी विवाह में भी प्रयोग किए जा सकेंगे। हाईवे किनारे के गांवों में पार्कों के साथ कुल्हड़ चाय के भी इंतजाम होंगे।
चित्रकूटधाम मंडल में 1403 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें 633 ग्राम पंचायतें ऐसी हैं, जो नेशनल या स्टेट हाईवे से सटी हैं। मंडलायुक्त दिनेश कुमार सिंह ने शहर और नगर पंचायतों को साफ-स्वच्छ करने के साथ अतिक्रमण और जाम की समस्या से मुक्त करने की मुहिम पहले से छेड़ रखी है। इसमें जन सहयोग के माध्यम से इस मुहिम को करीब एक वर्ष में अंजाम तक पहुंचा दिया है। अब मंडल के चारों जनपद मुख्यालय और प्रमुख कस्बे स्वच्छता का प्रतीक बन रहे हैं। उनके निर्देश पर रात में शहरों की सफाई हो रही है। ताकि सुबह मार्निंग वाक पर निकलने वाले खुद को बेहतर माहौल में ढाल सकें। अब उन्होंने गांवों की ओर निगाह गड़ा दी है। मंडल की सभी ग्राम पंचायतों में खेल मैदान और पार्क की यह मुहिम भी लक्ष्य को हासिल करेगी।
ऐसे बनेंगे ग्राम पंचायतों के पार्क
बांदा : मंडलायुक्त ने बताया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में ग्राम समाज की चार से छह बीघा जमीन चिह्नित की जाएगी। मनरेगा से इसे समतल कराया जाएगा। पार्क व खेल मैदान बनाने में कोई ज्यादा खर्च भी नहीं आएगा। ग्राम प्रधान महज 20 हजार रुपये में इसे तैयार कर देंगे। पार्क में वालीबाल, कबड्डी, टेबल टेनिस के कोर्ट बनेंगे। जून माह से ही इन पार्कों में पौधे रोपित होंगे। हरी घास लगाई जाएगी।
फंड का इंतजार न करें प्रधान
एक सवाल के जवाब में मंडलायुक्त ने कहा कि अगर यह सोचा जाएगा कि बड़ा फंड हो तभी पार्क बन सकेगा, यह सोच गलत है। छोटी रकम से पहले वालीबाल व बैडमिटन कोर्ट तैयार किया जा सकता है। किनारे टहलने के लिए कच्चा ट्रैक बनाया जा सकता है । कबड्डी खेल सकते हैं। बाद में जनसहयोग से भी काफी काम कराया जा सकता है।
गांव की बेटियों का यहीं हो जयमाल
बांदा : इन पार्कों को व्यवस्थित कर बड़ा चबूतरा बनेगा। इसमें शेड बनाकर दूल्हा-दुल्हन के लिए कुर्सियां पड़ेंगी। ताकि गांव के लोग शादी-ब्याह भी यहीं से कर सकें। इसके बाद पार्क को धनराशि की उपलब्धता के हिसाब से विस्तारित किया जाएगा।
कुल्हड़ चाय का लुत्फ उठाएंगे राहगीर
बांदा : हाईवे किनारे जो भी पार्क बनेंगे, उनमें ग्राम प्रधान किसी युवक के जरिए यहां कुल्हड़ चाय व नाश्ता के स्टाल की व्यवस्था करेंगे। ताकि हाईवे से गुजरने वाले लोग यहां रूकें। चाय आदि पीने के साथ पार्क में विश्राम करें। इन पार्कों में उनके बच्चों के लिए झूले आदि भी भविष्य में लगाए जाएंगे।
रिपोर्ट डी आई बांदा शशिकांत पाण्डेय 151161445