प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसंबर को करेंगे पुल का उद्घाटन
- 151023629 - HASSAN REZA KHAN
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आसाम ,डिब्रूगढ़
भारत का सबसे बड़ा और एशिया का दूसरा सबसे बड़ा रोड सह-रेल बोगीबिल पुल उत्तरी असम के डिब्रूगढ़ और धेमाजी के बीच ब्रह्मपुत्र नदी पर बनकर तैयार हो गया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसंबर को इसका लोकार्पण करने आ रहे हैं। प्रधानमंत्री मंगलवार को ही इस तीन लेन की सड़क और दो रेलवे ट्रैक वाले पुल के साथ ही तिनसुकिया-नाहरलगुन इंटरसिटी ट्रेन का भी उद्घाटन करेंगे। ये 14 कोच की ट्रेन करीब साढ़े पांच घंटे लेगी। इससे असम के धेमाजी, लखीमपुर के अलावा अरुणाचल प्रदेश के लोगों को भी फायदा मिलेगा। ब्रह्मपुत्र के उत्तर के जिलों के लोगों को डिब्रूगढ़ में शिक्षा और चिकित्सा की सुविधा के साथ हवाई अड़्डे से आने-जाे की सुविधा हो जाएगी। इसके साथ ही उत्तरी असम, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।तिनसुकिया के मंडल वाणिज्य प्रबंधक शुभम कुमार के अनुसार इस पुल के बनने से दिल्ली से डिब्रूगढ़ की रेल से दूरी साढ़े तीन घंटे कम हो जाएगी। इस पुल के साथ कई संपर्क सड़कों तथा लिंक लाइनों का निर्माण भी किया गया है। शुभम कुमार के अनुसार इस समय तिनसुकिया मंडल की माल ढुलाई से आमदनी करीब ढाई करोड़ रुपए प्रतिदिन की है और बोगीबिल पुल खुलने के बाद यह और बढ़ेगी।
इस पुल की परियोजना को 1997 में तत्कालीन प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने मंजूरी दी थी, लेकिन इसका निर्माण अप्रैल 2002 में शुरू हो पाया था, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसका शिलान्यास किया था। पिछले 21 वर्षों में इस पुल के निर्माण को पूरा करने के लिए कई बार समय-सीमा बदली गई। अपर्याप्त फंड, तकनीकी अड़चनों के कारण कार्य पूरा नहीं हो सका। कई बार विफल होने के बाद आखिरकार इस पुल पर एक दिसंबर को पहली मालगाड़ी के इस पुल से गुजरने के साथ इसका निर्माण कार्य पूर्ण घोषित हुआ।इस पुल के निर्माण में कई नई तकनीक और उपस्करणों का इस्तेमाल किया गया है। पुल के निर्माण में 80 हजार टन स्टील प्लेट्स का इस्तेमाल हुआ है। देश का पहला पूर्णत: वेल्डेड पुल जिसमें यूरोपियन मानकों का पालन हुआ है। इंजीनियरों के अनुसार पुल की आयु 120 साल होने की आशा है।