यातायात नियम पस्त
अम्बेडकरनगर। यूपी सरकार ने मोटर व्हीकल ऐक्ट में संशोधन करते हुए बिना हेलमेट बाइक और स्कूटी चलाते पाए जाने पर जुर्माना 500 रुपए से बढ़ा एक हजार रुपए कर दिया है। लेकिन जिले में इसका पालन नहीं हो पा रहा है। यातायात पुलिस की सुस्ती के कारण बखौफ होकर ट्रैफिक नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। यहां तक कि खुद पुलिस वाले ही हेलमेट का प्रयोग नहीं कर रहे हैं। जब कि यह दुर्घटना के समय जान को बचाता है।भिनगा टाइम्स ने बुधवार को पड़ताल की तो पता चला कि अधिकांश लोग बिना हेलमेट के ही पुलिस के सामने फर्राटा भरते मिले। यहां तक कि तहसील तिराहा जहां पर हमेशा ट्रैफिक पुलिस शो पीस बनी रहती है वहां पर भी लोग बिना हेलमेट के ही फर्राटा भरते मिले। पुलिस ने न तो किसी को रोका और न ही रोककर उनका जुर्माना काटा। पुलिस की सुस्ती के कारण ही लोग यातायात नियमों को तोड़ते हुए अलग ही ढर्रे पर चल रहे हैं। इसी तरह से शहजादपुर और अकबरपुर रोडवेज के पास भी जब भिनगा टाइम्स की टीम पहुंची तो वहां पर भी लोग बिना हेलमेट लगाए ही बाइकों से फर्राटा भरते मिले। पुलिस ने किसी को रोक कर यातायात नियमों के बारे में जानकारी तक नहीं दी। उन्हें यह नहीं बताया जा रहा था कि सरकार ने अब मोटर व्हीकल ऐक्ट में बदलाव कर दिया है। अब जुर्माना दोगुना हो गया है। इसलिए सभी लोग बाइक पर चलते समय हेलमेट का प्रयोग करें। यदि दो लोग बैठे हों तो दोनों लोगों को हेलमेट पहनना अनिवार्य है। सुबह के समय तो यातायात पुलिस कुछ चुस्त रहती भी है, लेकिन जैसे जैसे दिन चढ़ता है नागरिक पुलिस और यातायात पुलिस कहां चली जाती है कुछ पता ही नहीं चलता है। लोग जो से जूझते रहते हैं। बुधवार की शाम को भी शहर में भीषण जाम लगा रहा। प्राइवेट बसें तहसील तिराहे के भीड़भाड़ वाले इलाके में ही खड़ी करके यात्रियों को उतार और बैठाती रहीं। इस सम्बंध में सीओ सिटी धर्मेन्द्र सचान का कहना है कि सभी लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए आदेश है। जहां पर भी नियमों को तोड़ा जाता है वहां पर सख्ती से कार्रवाई भी की जाती है। यह अलग बात है कि पुलिस चेकिंग के नाम पर भी केवल खानापूर्ति ही करती है। जब भी चेकिंग लगती है तो वसूली के आरोप अलग से लगने लगते हैं।