किसान विरोधी ऑर्डिनेंस रद्द करने को कहा
मोगा 25 स्तंबर ( राजन सूद ) विरोधी ऑर्डिनेंस लोकसभा एवं राज्यसभा द्वारा पास करने के विरोध में किसान जत्थे बंदियों के समर्थन में पंजाब बंद रहा कामयाब। केंद्र की एनडीए सरकार की तरफ से अलोकतांत्रिक एवं तानाशाही ढंग से देश की लोकसभा एवं राज्यसभा में तीन बिल पास करने के विरोध में 31 किसान जत्थे बंदियों की तरफ से सांझा तौर पर केंद्र सरकार के विरोध में पंजाब बंद की काल सभी मुलाजिम जत्थे बंदियों विद्यार्थी यूनियन व्यापारियों एवं दुकानदारों की तरफ से पंजाब बंद में पूर्ण रूप से समर्थन दिया गया मोगा जिला में 9 जगह पर किसान जत्थे बंदियों की तरफ से रोड जाम किए गए मोगा में स्थानीय जोगिंदर सिंह चौक पूर्व कैबिनेट मंत्री जत्थेदार तोता सिंह की रिहाइश के सामने एवं डगरू फाटक पर जीटी रोड जाम करने के साथ-साथ किसान जत्थे बंदियों ने रेलवे लाइन भी जाम जोगिंदर सिंह चौक में कीर्ति किसान यूनियन के प्रदेश प्रधान निर्भय सिंह डूडी के पत्रकार वार्ता में बताया की किसान जत्थे बंदियों किसी भी सियासी पार्टी से नाता नहीं रखेंगे क्योंकि केंद्र की भाजपा नीत सरकार जहां किसान विरोधी 3 ऑर्डिनेंस पास करके किसानी को बर्बाद करने पर तुली है वही कांग्रेस सरकार भी जब सत्ता में थी तब यूपीए गवर्नमेंट भी ऐसे बिल लागू करवाने की कोशिश कर चुकी है देश की सत्ता पर काबिज भाजपा विपक्ष में रहते हुए ऐसे ऑर्डिनेंस का विरोध किया करती थी जो अब सत्ता में आने पर किसानों को बर्बाद करने वाले ऑर्डिनेंस पास कर रही है यह सब सियासी पार्टियां पूंजीपति घरानों को और अमीर करने एवं आम लोगों किसानों और गरीब मजदूरों को और गरीब बनाने नीतियां अपना रही है शिरोमणि अकाली दल की तरफ से पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री जत्थेदार तोता सिंह की रिहाइश के सामने जीटी रोड जाम किया गया इस मौके शिरोमणि अकाली दल मोगा के हलका इंचार्ज एवं पूर्व चेयरमैन बृजेंद्र सिंह मखन बरार ने कहा शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सरदार सुखबीर सिंह बादल की पत्नी बीबी हरसिमरत कौर बादल ने अपना केंद्रीय मंत्री पद त्याग कर किसानों पर हो रहे अत्याचार का विरोध किया है बरार ने कहा अकाली दल हमेशा से ही किसानों के साथ खड़ा रहा है खड़ा है और खड़ा रहेगा सत्ता पर काबिज कोई भी सरकार किसानों के साथ अन्याय करने की कोशिश करेगी तो अकाली दल किसानों के साथ हर संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर साथ देगा उन्होंने कहा पहले ट्रैक्टर पर रोड टैक्स माफ करना किसानों की मोटरों के बिल माफ करना जितने भी किसान हितेषी फैसले हुए हैं वह अकाली दल ने ही लागू करवाए गए हैं धरने को सीनियर अकाली नेता एवं पूर्व पार्षद प्रेमचंद चक्की वाले पूर्व पार्षद चरणजीत सिंह चंडी आना ने भी संबोधित किया इस अवसर पर पूर्व पार्षद मनजीत सिंह सीनियर अकाली कार्यकर्ता अमरजीत सिंह मटवानी आदि उपस्थित थे. किसान आंदोलन को मिला अन्य मुलाजिम जत्थे बंदियों का जबरदस्त समर्थन किसान आंदोलन आज कुछ समय अपने शिखर पर पहुंच गया जब किसान जत्थे बंदियों के साथ-साथ अन्य मुलाजिम थे बंधिया पेंडू मजदूर यूनियन नेस्ले एम्पलाई यूनियन मेडिकल प्रैक्टिशनर्स एसोसिएशन के साथ-साथ समाजसेवी संस्थाओं व्यापारिक संस्थाओं एवं विद्यार्थी यूनियनों ने किसानों के हक मैं केंद्र की एनडीए सरकार के विरोध में किसान आंदोलन में शामिल होकर केंद्र सरकार की तानाशाही रवैया की आलोचना करते हुए कहा कि पिछले 70 साल से हिंदुस्तान में एनडीए एवं यूपी ए सरकार ने राज किया है दोनों ही सरकारों ने पूंजीपति घरानों को आम जनता को लूट कर अपनी तिजोरिया भरने वाली नीतियां लागू की है 1992 में देश के चंद कारपोरेट घरानों जिनकी गिनती उंगली पर गिनी जा सकती इन चंद अमीर घरानों के पास 1992 में जितनी संपत्ति थी आज उससे कई 100 गुना है इसकी वजह केंद्रीय सरकारों की अमीर घरानों को और अमीर एवं गरीब आदमी को और गरीब बनाने वाली नीतियां लागू करना ही है एक तरफ भारत के सबसे अमीर कारोबारी मुकेश अंबानी 1 मिनट में 40 लाख रुपया कमा रहे हैं दूसरी तरफ हर 1 घंटे में एक गरीब आत्महत्या कर रहा है किसान आंदोलन में डगरू फाटक पर किसी भी सियासी नेता को किसान आंदोलन में ना शामिल होने की अपील बार बार की जा रही थी फाटक पर किसान आंदोलन के समर्थन देने के लिए पहुंचे हल्का मोगा के विधायक डॉक्टर हरजोत जब धरने में बैठे तो उस समय भी माइक से सियासी लोगों को किसान आंदोलन में शामिल ना होने की अपील हो रही थी एवं किसी भी सियासी नेता को भाषण नहीं देने देंगे बार-बार माइक पर बोला जा रहा था हल्का विधायक कुछ देर किसानों के समर्थन में धरने में बैठे और बिना भाषण दिए ही लौट गए किसान जत्थे बंदियों मैं सभी राजनीतिक पार्टियों और उनके नेताओं के प्रति बहुत ही अधिक गुस्सा देखने को मिला किसान कार्यकर्ता भाजपा और कांग्रेस दोनों के विरोध में खुलकर बोलते दिखे उनका कहना था कांग्रेसी एवं भाजपा जब सत्ता में होते हैं तो पूंजीवाद को बढ़ावा देते हैं वहीं विपक्ष में होने पर सत्ताधारी पार्टी की नीतियों का विरोध करते हैं उनका कहना था कि 2004 से 2014 तक जब यूपी ए सरकार थी तब उसने भी किसान विरोधी बिल लागू करने की वकालत की थी उस वक्त भाजपा ने विरोध किया था लेकिन आज भाजपा सत्ता में होकर वैसा ही किसान विरोधी बिल लागू कर रही है और कांग्रेसी विरोध कर रही है सभी सियासी पार्टियां अमीर कारपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने पर तुली है और विपक्ष में होने पर केवल दिखावे के नाम पर ऐसी लोक मारू फैसलों का विरोध करती है लेकिन किसान अब इनके बहकावे में आने वाले नहीं है और किसान जत्थे बंदियों अपना संघर्ष करना जानती है किसान अब जान चुके है सभी राजनीतिक पार्टियों किसानों के वोट बटोरने तक ही सीमित है और विपक्ष में होने पर किसानों से हमदर्दी जताने का दिखावा करती है और सत्ता में आने पर किसान विरोधी एवं अमीर घरानों को फायदा पहुंचाने वाली नीतियां बनाई जाती है में किसान जत्थे बंदियों के समर्थन में पंजाब बंद रहा कामयाब। केंद्र की एनडीए सरकार की तरफ से अलोकतांत्रिक एवं तानाशाही ढंग से देश की लोकसभा एवं राज्यसभा में तीन बिल पास करने के विरोध में 31 किसान जत्थे बंदियों की तरफ से सांझा तौर पर केंद्र सरकार के विरोध में पंजाब बंद की काल सभी मुलाजिम जत्थे बंदियों विद्यार्थी यूनियन व्यापारियों एवं दुकानदारों की तरफ से पंजाब बंद में पूर्ण रूप से समर्थन दिया गया मोगा जिला में 9 जगह पर किसान जत्थे बंदियों की तरफ से रोड जाम किए गए मोगा में स्थानीय जोगिंदर सिंह चौक पूर्व कैबिनेट मंत्री जत्थेदार तोता सिंह की रिहाइश के सामने एवं डगरू फाटक पर जीटी रोड जाम करने के साथ-साथ किसान जत्थे बंदियों ने रेलवे लाइन भी जाम जोगिंदर सिंह चौक में कीर्ति किसान यूनियन के प्रदेश प्रधान निर्भय सिंह डूडी के पत्रकार वार्ता में बताया की किसान जत्थे बंदियों किसी भी सियासी पार्टी से नाता नहीं रखेंगे क्योंकि केंद्र की भाजपा नीत सरकार जहां किसान विरोधी 3 ऑर्डिनेंस पास करके किसानी को बर्बाद करने पर तुली है वही कांग्रेस सरकार भी जब सत्ता में थी तब यूपीए गवर्नमेंट भी ऐसे बिल लागू करवाने की कोशिश कर चुकी है देश की सत्ता पर काबिज भाजपा विपक्ष में रहते हुए ऐसे ऑर्डिनेंस का विरोध किया करती थी जो अब सत्ता में आने पर किसानों को बर्बाद करने वाले ऑर्डिनेंस पास कर रही है यह सब सियासी पार्टियां पूंजीपति घरानों को और अमीर करने एवं आम लोगों किसानों और गरीब मजदूरों को और गरीब बनाने नीतियां अपना रही है शिरोमणि अकाली दल की तरफ से पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री जत्थेदार तोता सिंह की रिहाइश के सामने जीटी रोड जाम किया गया इस मौके शिरोमणि अकाली दल मोगा के हलका इंचार्ज एवं पूर्व चेयरमैन बृजेंद्र सिंह मखन बरार ने कहा शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सरदार सुखबीर सिंह बादल की पत्नी बीबी हरसिमरत कौर बादल ने अपना केंद्रीय मंत्री पद त्याग कर किसानों पर हो रहे अत्याचार का विरोध किया है बरार ने कहा अकाली दल हमेशा से ही किसानों के साथ खड़ा रहा है खड़ा है और खड़ा रहेगा सत्ता पर काबिज कोई भी सरकार किसानों के साथ अन्याय करने की कोशिश करेगी तो अकाली दल किसानों के साथ हर संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर साथ देगा उन्होंने कहा पहले ट्रैक्टर पर रोड टैक्स माफ करना किसानों की मोटरों के बिल माफ करना जितने भी किसान हितेषी फैसले हुए हैं वह अकाली दल ने ही लागू करवाए गए हैं धरने को सीनियर अकाली नेता एवं पूर्व पार्षद प्रेमचंद चक्की वाले पूर्व पार्षद चरणजीत सिंह चंडी आना ने भी संबोधित किया इस अवसर पर पूर्व पार्षद मनजीत सिंह सीनियर अकाली कार्यकर्ता अमरजीत सिंह मटवानी आदि उपस्थित थे. किसान आंदोलन को मिला अन्य मुलाजिम जत्थे बंदियों का जबरदस्त समर्थन किसान आंदोलन आज कुछ समय अपने शिखर पर पहुंच गया जब किसान जत्थे बंदियों के साथ-साथ अन्य मुलाजिम थे बंधिया पेंडू मजदूर यूनियन नेस्ले एम्पलाई यूनियन मेडिकल प्रैक्टिशनर्स एसोसिएशन के साथ-साथ समाजसेवी संस्थाओं व्यापारिक संस्थाओं एवं विद्यार्थी यूनियनों ने किसानों के हक मैं केंद्र की एनडीए सरकार के विरोध में किसान आंदोलन में शामिल होकर केंद्र सरकार की तानाशाही रवैया की आलोचना करते हुए कहा कि पिछले 70 साल से हिंदुस्तान में एनडीए एवं यूपी ए सरकार ने राज किया है दोनों ही सरकारों ने पूंजीपति घरानों को आम जनता को लूट कर अपनी तिजोरिया भरने वाली नीतियां लागू की है 1992 में देश के चंद कारपोरेट घरानों जिनकी गिनती उंगली पर गिनी जा सकती इन चंद अमीर घरानों के पास 1992 में जितनी संपत्ति थी आज उससे कई 100 गुना है इसकी वजह केंद्रीय सरकारों की अमीर घरानों को और अमीर एवं गरीब आदमी को और गरीब बनाने वाली नीतियां लागू करना ही है एक तरफ भारत के सबसे अमीर कारोबारी मुकेश अंबानी 1 मिनट में 40 लाख रुपया कमा रहे हैं दूसरी तरफ हर 1 घंटे में एक गरीब आत्महत्या कर रहा है किसान आंदोलन में डगरू फाटक पर किसी भी सियासी नेता को किसान आंदोलन में ना शामिल होने की अपील बार बार की जा रही थी फाटक पर किसान आंदोलन के समर्थन देने के लिए पहुंचे हल्का मोगा के विधायक डॉक्टर हरजोत जब धरने में बैठे तो उस समय भी माइक से सियासी लोगों को किसान आंदोलन में शामिल ना होने की अपील हो रही थी एवं किसी भी सियासी नेता को भाषण नहीं देने देंगे बार-बार माइक पर बोला जा रहा था हल्का विधायक कुछ देर किसानों के समर्थन में धरने में बैठे और बिना भाषण दिए ही लौट गए किसान जत्थे बंदियों मैं सभी राजनीतिक पार्टियों और उनके नेताओं के प्रति बहुत ही अधिक गुस्सा देखने को मिला किसान कार्यकर्ता भाजपा और कांग्रेस दोनों के विरोध में खुलकर बोलते दिखे उनका कहना था कांग्रेसी एवं भाजपा जब सत्ता में होते हैं तो पूंजीवाद को बढ़ावा देते हैं वहीं विपक्ष में होने पर सत्ताधारी पार्टी की नीतियों का विरोध करते हैं उनका कहना था कि 2004 से 2014 तक जब यूपी ए सरकार थी तब उसने भी किसान विरोधी बिल लागू करने की वकालत की थी उस वक्त भाजपा ने विरोध किया था लेकिन आज भाजपा सत्ता में होकर वैसा ही किसान विरोधी बिल लागू कर रही है और कांग्रेसी विरोध कर रही है सभी सियासी पार्टियां अमीर कारपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने पर तुली है और विपक्ष में होने पर केवल दिखावे के नाम पर ऐसी लोक मारू फैसलों का विरोध करती है लेकिन किसान अब इनके बहकावे में आने वाले नहीं है और किसान जत्थे बंदियों अपना संघर्ष करना जानती है किसान अब जान चुके है सभी राजनीतिक पार्टियों किसानों के वोट बटोरने तक ही सीमित है और विपक्ष में होने पर किसानों से हमदर्दी जताने का दिखावा करती है और सत्ता में आने पर किसान विरोधी एवं अमीर घरानों को फायदा पहुंचाने वाली नीतियां बनाई जाती है