सीखो फूलों से तुम हँसना सीखो, भंवरों से नित गाना।
- 151121316 - YASHWANT SINGH
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सीखो
फूलों से तुम हँसना सीखो,
भंवरों से नित गाना।
वृक्षों की डाली से सीखो,
फल आए झुक जाना।
सूरज की किरणों से सीखो,
जगना और जगाना।
लता और पेड़ो से सीखो,
सबको गले लगाना।
दूध और पानी से सीखो,
मिल जुलकर सबसे रहना।
अपनी प्रिय पृथ्वी से सीखो,
हँस हँस सब कुछ सहना।