महालया आज दुर्गा पूजा अगले माह17 अक्टूबर से-
- 151018477 - DEEPAK KUMAR SHARMA
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बंगाल के लोगों के लिए महालया पर्व का विशेष महत्व है।मां दुर्गा में आस्था रखने वाले लोग साल भर इस दिन का इंतजार करते हैं। महालया से ही दुर्गा पूजा की शुरुआत मानी जाती है। यह नवरात्रि और दुर्गा पूजा की शुरुआत का प्रतीक है।बंगाल के लोगों के लिए महालया पर्व का विशेष महत्व है. मान्यता है कि महिषासुर नाम के राक्षस के सर्वनाश के लिए महालया के दिन मां दुर्गा का आह्वान किया गया था. कहा जाता है कि महालया अमावस्या की सुबह सबसे पहले पितरों को विदाई दी जाती है। फिर शाम को मां दुर्गा कैलाश पर्वत से पृथ्वी लोक आती हैं और पूरे नौ दिनों तक यहां रहकर धरतीवासियों पर अपनी कृपा का अमृत बरसाती हैं।नवरात्रि में दुर्गा पूजा के दौरान जगह-जगह दुर्गा प्रतिमाएं बनाई जाती हैं।महालया के दिन ही मां दुर्गा की उन प्रतिमाओं को चक्षु दान किया जाता है यानी दुर्गा प्रतिमाओं के नेत्र बनाए जाते हैं।
हिन्दू पंचांग के अनुसार इस वर्ष नवरात्रि पर्व 17 अक्टूबर से शुरू हो रहा है जो25 अक्टूबर तक चलेगा।आमतौर पर महालया के अगले दिन से ही शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो जाती हैं, लेकिन इस बार अधिकमास के कारण नवरात्रि पितृपक्ष की समाप्ति के एक महीने बाद आरंभ होगा। इस तरह का संयोग 19 साल पहले 2001 में बना था जब पितृपक्ष के समाप्ति के एक महीने बाद नवरात्रि शुरू हुआ। अधिक मास 18 सितंबर से शुरू हो रहा है जो 16 अक्टूबर को समाप्त होगा।
हिन्दू शास्त्रों ,पंचांग और मान्यताओं पर आधारित दीपक शर्मा(पश्चिम बंगाल स्टेट ब्यूरो चीफ,1018477)की रिपोर्ट।