प्रतापगढ़ में आसमान छू रहे हैं सब्जियों के दाम
- 151019049 - VISHAL RAWAT
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प्रतापगढ़ जिले में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। कोरोना व बाढ़ के चलते सब्जियों के दाम महंगे हो गए हैं जिससे मजदूरों व आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
प्रतापगढ़ एक तरफ जहां कोरोना महामारी ने आम लोगों का जीना मुश्किल किया है, वहीं अब सब्जियों और खाद्य पदार्थों की महंगाई ने लोगों की कमर तोड़कर रख दी है। इन दिनों बाजार में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं तो वहीं खाद्य पदार्थों के दामों में भी काफी इजाफा हुआ है। खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ने के कारण मध्यम वर्ग से लेकर मेहनत मजदूरी करने वाले गरीब लोगों पर इसका सबसे ज्यादा असर हुआ है।
सब्जी के बढ़े दामदरअसल, बारिश के चलते सब्जियों की खेती को जहां नुकसान पहुंचा है। तो इन दिनों बाजार में सब्जियों के दाम भी आसमान को छूने लगे हैं। पहले जहां सबसे सस्ता आलू हुआ करता था। वह भी इन दिनों बाजार में ₹35 किलो बिक रहा है। सब्जी मंडी में हरी सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं। परवल ₹80 किलो बिक रहा है, टमाटर ₹60 किलो और मिर्चा रू100 सबसे महंगा धनिया ₹300 किलो बिक रहा है
वहीं अरहर की दाल ₹90 किलो तक पहुंच गई है तो सरसों का तेल 120 रुपये प्रति किलो है। महंगाई की वजह से लोगों की रसोई का बजट बिगड़ गया है क्योंकि कोरोना लॉकडाउन के कारण जनपद में करीब दो लाख प्रवासी मजदूर अपनी नौकरी छोड़कर घर लौटे हैं तो वहीं बहुत से जनपद निवासी लोगों की नौकरी भी जा चुकी है। ऐसे हालात में अब महंगाई के इस दौर में उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वो अपने परिवार का भरण पोषण कैसे करें। सब्जी खरीदने आए बिनोद कुमार गौर बताते हैं कि सब्जियों के दाम इतने महंगे हैं कि उनकी हिम्मत नहीं हुई खरीदने की। उन्होंने केवल मिर्चा खरीदा है और आगे कुछ समझ में नहीं आ रहा है।
पढाई करने वाले राजू का कहना है कि इन दिनों वह काफी परेशान हैं। वे सब्जी खरीदने आए हैं लेकिन उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि वह क्या खरीदें। क्योंकि सब्जियों के दाम इतने महंगे हो चुके हैं।पहले सबसे सस्ता आलू हुआ करता था वह भी इन दिनों ₹35 किलो तक पहुंच गया है। ऐसी स्थिति में अब खाना पड़ेगा ही चाहे जैसे ही किया जाए। देखे प्रतापगढ़ से विशाल रावत की ये रिपोर्ट..019049
बाइट.. आशीष केशरवानी सब्जी विक्रेता
बाइट... विनोद कुमार गौड़
बाइट... सचिन कुमार मौर्या सब्जी विक्रेता