साहित्य के जरिए मुंशीजी ने दिया है भाईचारे का संदे
- 151108554 - SUNIL KUMAR SHARMA
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बलिया : साहित्य के माध्यम से समाज में प्रेम और भाईचारे का संदेश देने वाले कलम के अद्भुत सिपाही, महान उपन्यासकार 'मुंशी प्रेमचंद जी' की 140वीं जयंती पर शुक्रवार को उन्हें साहित्य जगत के लोगों ने नमन किया। उनके लिखे गोदान, गबन, रंगभूमि एवं सोजे वतन जैसे उपन्यासों की भी चर्चा की गई। मुंशी प्रेमचंद के विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया गया।
चंद्रशेखर नगर स्थित शक्ति स्थल स्कूल के अवध बिहारी तिवारी लहरी हाल में जयंती के मौके पर मुख्य वक्ता विद्यालय के प्रबंधक दुर्गादत्त त्रिपाठी ने कहा कि प्रेमचंदजी में साहित्य सृजन की जन्मजात प्रतिभा विद्यमान थी। प्रधानाचार्य आशुतोष त्रिपाठी ने कहा कि मंत्र प्रेमचंद की एक मर्मस्पर्शी कहानी है जो उच्च एवं निम्न स्थिति के भेदभाव पर आधारित है। अंबिका देवी ने कहा कि सच्चे अर्थों में कलम के सिपाही और जनता के दुख-दर्द के यथार्थ चित्रण करने वाले इस महान कथाकार को भारतीय साहित्य जगत में उपन्यास सम्राट की उपाधि से विभूषित किया गया है। इस मौके पर नीलू श्रीवास्तव, अतुल पांडेय, संतोष ठाकुर, शिव शंकर सिंह, नीरज वर्मा, दुर्गा उपाध्याय आदि मौजूद रहे।