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संभाले नहीं संभलता है दिल
  • 151108338 - VIMLESH KUMAR 0 0
    30 Jun 2020 23:53 PM



संभाले नहीं संभलता है दिल, मोहब्बत की तपिश से न जला, इश्क तलबगार है तेरा चला आ, अब ज़माने का बहाना न बना।


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